एस.एन.वर्मा
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पार्टी के प्रवक्ता का पद बहुत जिम्मेदारी का होता है। उनके प्रवक्ता से पार्टी छवि बनती है। उनके कथन को देश और विदेश में सुना जाता है जिसका असर देश के माहौल पर पड़ता है विदेश में देश की छवि निर्मित होती है। क्योंकि प्रवक्ता के बोल को पार्टी सरकार मत समझा जाता है। प्रधानमंत्री मोदी और विदेशी मामलों के मंत्री जैशंकर ने विदेश में भारत की छवि को जिस ऊचाई पर पहुंचाया है वह पहले नहीं था। पन्डित नेहरू के समय में भी विदेश में भारत की अच्छी छवि रही है पर उस समय की जीओ पालिटिक्स इतनी विस्फोटक नहीं थी जितनी अब है। एसे में गैर जिम्मेदार पार्टी प्रवक्ताओं, अति उत्साहित कार्यकर्ताओं की गैर जिम्मेदाराना बाते देश में वैमनस्य और विदेश में विरोध बढ़ाती है। मोदी जी के प्रयासों पर पानी फेरती है। मालुम हो कि दुनिया के लोकप्रिय नेताओं की श्रेणी में प्रधानमंत्री सबसे टाप पर बने हुये है। विदेशों में भारत को जो मान सम्मान और दोस्ती का माहौल मिला है वह मोदी जी के गर्वनेस, राजनीति और कूटनीति का प्रतिफल है। उस पर गैरजिम्मेदार लोग अनजाने में पानी फेर रहे है।
उत्साही कार्यकर्ता प्रवक्ता के गैर जिम्मेदाराना बोल बीच-बीच में आता रहता है। जिससे आपस में कटुता पनपती है। कभी हिंसक घटनायें भी हो जाती है। भाजपा के शीर्ष नेताओं का इस पर चुप रहना इन लोगो को उत्साहित करती है। उनको लगता हैै उन्हें संरक्षण मिला हुआ है जबकि चुप रहने की वजह यह नहीं होती है। उनकी उपेक्षा की जाती है कि वे उत्साहित न हो पर उपद्रवी इसका उल्टा मतलब निकल लेते है। इसलिये अब पार्टी और सरकार को इस पर सख्त होना पडे़गा जिससे पूरे देश में सन्देश जाये कि पार्टी और सरकार सभी धर्मो सभी जातियों सभी पूजा स्थलों का सम्मान करते है।
विदेशो में भी यही सन्देश जाना चाहिये। अभी तो विदेश में दोनो प्रवक्ताओं के बयान को लेकर काफी रोष पैदा हो गया है। पुराने सौहाद्र सम्बन्धों में दरकन आ गया है। बीजेपी की राष्ट्रीय प्रवक्ता नुपुर शर्मा और दिल्ली के प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी कुमार जिन्दल ने इस्लाम और पैगम्बर पर गलत बयानी करके देश और विदेश में माहौल खराब कर दिया है। भाजपा ने इस गैर जिम्मेदाराना हरकत के लिये नूपूर शर्मा को प्राथमिक सदस्यता से सस्पेन्ड कर दिया है। नवीन कुमार जिन्दल को तत्काल प्रभाव से पार्टी से निकाल दिया है। हालाकि दोनो ने अपने कार्य के लिये क्षमा मांगी है। भाजपा ने यह सन्देश देने की कोशिश की है और कहा भी है कि हम सभी धर्म और उनके पूजनीयों को सम्मान करते है। किसी भी धर्म का अपमान हमें स्वीकार नहीं।
प्रवक्ताओं के बयान से इस्लामी देश भड़क उठे है क्योंकि उन्हें यह इस्लाम पर हमला लग रहा है। अरब देश इस बयान के खिलाफ एकजुट हो गये है। भारत के खिलाफ कार्यवाई भी शुरू कर दी है। जबकि इन देशों से प्रधानमंत्री बहुत दोस्ताना और अनुकूल सम्बन्ध बनाये रक्खे थे। पर प्रवक्ताओं की वजह से इस समय सम्बन्ध बिगड़ गये है। विरोध में साऊदी अरब, कुवैत, और इरान ने भारतीय राजदूतों को बुलाकर प्रवक्ता के टिप्पणी की निन्दा की। ओमान के गै्रन्ड मुफ्ती शेख अहमद बिना हमाद अल खतीती ने बीजेपी के खिलाफ अभियान चलाया और सभी मुस्लिम राष्ट्रो को एक जुट होने के कहा। विदेश मंत्रालय ने सफाई में कहा टिप्पणी करने वाले फिज एलीमेन्ट है वे भारत के विचारों को नहीं दिखाते।
बीजेपी के त्वरित कारवाई से माहौल सुधरा है। जमीयत उलम-ए-हिन्द ने भाजपा की कार्यवाई का स्वागत करते हुये कहा है कि अब इस मामले की बिना देरी किये कानूनी कार्यवाई भी की जानी चाहिये। अब पूरी जिम्मेदारी भाजपा और सरकार की बनती है कि वे सर्व धर्म सम्मान और सर्वपूजनीयों के सम्मान की भावना देश में व्यापक रूप से अपने कार्य और बोल द्वारा फैलाये। विदेश में भी डैमेज कन्ट्रोल के लिये उचित कार्यवाई तत्काल करें। प्रधानमंत्री की मेहनत और सोच अनुकूल रंग लायेगी। सभी का पक्का विश्वास है। मोदी जी ने कई नामुमकिन काम को मुमकिन बना कर दिखाया है।
कांग्रेस जरूरत से जादा तल्ख टिप्पड़ी कर रही है। जबकि आपसी प्रतिस्पर्धा अपनी कुन्ठा से उसे ऊपर उठना चाहिये। देश की ग्रैन्ड और जिम्मेदार पार्टी है। उसी के अनुसार उसके बोल और आचरण होने चाहिये।