खरीफ २०२२ में तना छेदक से धान की फसल का नुकसान न्युनत्तम रखे

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कानपुर: स्थानीय कृषि बाजार में सल्फर मिल्स लिमिटेड द्वारा अपना नया पेटेंटेड उत्पाद – इमारा  उपलब्ध कराया गया है। इमारा  विश्व का पहला कीटनाशक और पोषक तत्वों का मिश्रण वाला उत्पाद है। (WDG) फोर्मुलेशन – इमारा  में कीटनाशक के साथ साथ पोषक तत्व (सल्फर -70% और जिंक ऑक्साईड -13%) उपलब्ध कराये गये हैं।
सल्फर मिल्स लिमिटेड के प्रबंध निर्देशक – श्री बिमल शाह ने बताया की धान की फसल का 20-70% नुकसान पीले तना छेदक कि वजह से होता है। कंपनी कि मुंबई स्थित अत्याधुनिक अनुसंधान केंद्र में विकसित – इमारा तना छेदक कि रोकथाम और नियंत्रण हेतु उत्तम कार्यक्षमता वाला उत्पाद हैं । उपयोग में सरल इमारा  का छिड्काव 4 किलोग्राम प्रति एकर की मात्रा में धान के प्रतिरोपण के 15-20 दिन में अथवा धान कि सीधी बुवाई के 25 से 30 दिन में तना छेदक की रोकथाम के साथ साथ फसल की प्रतिरोधक क्षमता में बढोतरी करता है।“
इमारा  मिट्टी के पोषक तत्वों का संतुलन बनाते हुए बेहतर उपज का नियोजन करने में भी लाभदायक पाया गया हैं। जिस वजह से धान की फसल बेहतर गुंणवत्ता के साथ ज्यादा पैदावार मिलती है।
सल्फर मिल्स लिमिटेड (मुख्यालय – मुंबई) भारत की कीटनाशक, उर्वरक और खाद उत्पादन एंवम बिक्री करने वाली अग्रणीय कंपनी मानी जाती है। 1960 में स्थापित सल्फर मिल्स लिमिटेड के उत्पाद 80 से अधिक देशों में निर्यात किए जाते हैं। आज अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, चीन सहित 10 अन्य देशों में इमारा  को अंतरराष्ट्रीय पेटेंट प्राप्त  हैं।
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