हौव्वा मार्फीन का फिक्र अपनों की, पर्दे के पीछे गुपचुप डीलिंग तो नहीं ?

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अवधनामा संवाददाता

बाराबंकी (Barabanki)। बाराबंकी जनपद वैसे भी तस्करी के लिए जाना जाता है। पुलिस इन तस्करों के ऊपर नकेल कसने के लिए मुखबिरो के माध्यम से पकड़ कर जेल भेजने का काम भी करते हैं। यह सारा गुड वर्क बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद के निर्देशानुसार होता है, लेकिन कुछ पुलिसकर्मी तस्करों को पकड़ कर उनसे डीलिंग करने के बाद उन्हें छोड़ देते हैं या फिर उन्हें एनडीपीएस में भेजने के बजाय आबकारी अधिनियम दफा 60 के अंतर्गत मुचलका भर कर छोड़ देते हैं। इसके बदले में भी उन्हें मोटी रकम मिलती है। इसी तरीके का एक मामला बाराबंकी के सफदरगंज थाने से फिर सामने आया है। जहां पर सूत्रों के मुताबिक मिली जानकारी के अनुसार 13 अगस्त की रात एक तस्कर को सफदरगंज थाना पुलिस मुखबिर की सूचना पर पकड़ती है। जिसके बाद उसकी तलाशी लेती है उसके पास से करीब 200 ग्राम मार्फिन बरामद होती है, फिर उसे थाने ले जाकर बैठा दिया जाता है। उधर दूसरी तरफ यह बात तस्कर के परिजनों को पता चलती है, तो परिजन से पुलिस पकड़े गए तस्कर को छोड़ने के बदले में ₹4 लाख की मांग करती है। अखबार में लिखे जाने तक डीलिंग चलती रही।लिखी गई खबर में पकड़े गए तस्कर का नाम उजागर नही किया गया है, क्योंकि ये जर्नलिज्म के कानूनों के विपरीत है। इसके अलावा जब इस पूरे संबंध में थाना प्रभारी सुधीर कुमार से बात हुई तो उन्होंने कहा कि एक लड़की के मामले में पकड़ा गया था पूछताछ की जा रही है। अब देखना यही है कि इस पूरे मामले में बाराबंकी के तेजतर्रार पुलिस अधीक्षक यमुना प्रसाद क्या कार्यवाही करते है ?
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