अवधनामा संवाददाता
नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को दिया कुशल प्रबंधन का प्रशिक्षण
सूरतगंज, बाराबंकीः(Suratganj barabanki) एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में नवनिर्वाचित ग्राम प्रधानों को प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण में निगरानी समिति, साफ सफाई, ग्राम सभा की बैठक में प्रस्ताव पारित के साथ ग्राम सभाओं को बेहतर सुविधा युक्त बनाने पर जोर दिया गया। प्रशिक्षण में महिला प्रधान के स्थान पर पतियों ने प्रशिक्षण लिया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए मुख्य विकास अधिकारी एकता सिंह ने आपरेशन कायाकल्प के 18 पैरामीटरों से सूरतगंज ब्लॉक के 234 परिषदीय विद्यालयों को संतृप्त करने का आह्वान उन्होंने ग्राम पंचायत सचिवों एवं ग्राम प्रधानों से किया है। उन्होंने विद्यालयों में कायाकल्प के तहत कराए जा रहे कार्यों व आवश्यक सूचनाएं साझा करते हुए बताया कि राज्य वित्त आयोग के अंतर्गत जो धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है, उससे स्कूलों में सुरक्षित और शुद्ध पेयजल, बालक-बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय व मूत्रालय, दिव्यांग शुलभ शौचालय, मल्टीपल हैंडवाशिंग सिस्टम, स्कूलों की छतों, दीवारों, फर्श, दरवाजों की वृहद मरम्मत व रंगाई पुताई, विद्युतीकरण, विद्युत संयोजन, रसोई घर, फर्नीचर (डेस्क बेंच)आदि जैसी 18 मूलभूत सुविधाओं से लैस किया जाना है। ग्राम पंचायतों को हाईटेक बनाने में प्रधानों का सहयोग अति आवश्यक है। कार्यक्रम का संचालन कर रहे परियोजना निर्देशक भोलानाथ कनोजिया ने कहा कि प्रधान पंचायत भवन को अपना दूसरा घर मानकर उसकी देखभाल करें। वित्तीय मामलों में सुरक्षा के लिए प्रधानों को डोंगल अपने पास रखने को कहा। भुगतान के बारे में बताया गया कि दो लाख रुपये तक के भुगतान का अधिकार ग्राम पंचायत को, दो से ढाई लाख तक के कामों का भुगतान एडीओ पंचायत को, इसे अधिक व पांच लाख रुपये तक का भुगतान डीपीआरओ करेंगे। इससे अधिक के किसी काम के भुगतान के लिए डीएम से अनुमति लेनी होगी। 103 ग्राम प्रधानों ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। इस मौके पर खण्ड विकास अधिकारी कमलेश कुमार, एडीओ आईएसबी अमर सिंह, जेईई आरएस सचिन यादव, प्रधान संघ के अध्यक्ष महेश मिश्रा, रामाकांत मौर्या, करुणा शंकर शुक्ला, आनंद सिंह, चंदन सिंह आदि उपस्थित रहे।
महिला प्रधानों की उपस्थिति कमः सूरतगंज के 103 ग्राम पंचायत में 43 महिला प्रधान है। एक दिवसीय उन्मुखीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में चार महिला प्रधान ही उपस्थित रही। जबकि अन्य महिला प्रधान के पति, पुत्र आदि प्रशिक्षण लेते नजर आए। इस संबंध में जब मुख्य विकास अधिकारी से वर्ता की गई, तो उन्होंने कहा कि महिला प्रधानों को सशक्त बनाने के लिए प्रयास किये जाएंगे। इसके लिए वह स्वयं महिला प्रधानों से बात करेंगी। महिला अनुउपस्थित की चर्चा दिनभर बनी रही है!
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