कोरोना से बचाव हेतु शहरी क्षेत्रों की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्रों पर ध्यान देना आवश्यक : मंडलायुक्त

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It is necessary to pay attention to rural areas instead of urban areas to prevent corona: Divisional Commissioner

अवधनामा संवाददाता

कोविड 19 की संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर मण्डल में तैयारियां जोरों पर\

मण्डल में कुल 210 पीकू बेड तैयार

दोनों मेडिकल कॉलेज में बनाए जा रहे हैं ऑक्सीजन प्लांट जल्द ही होंगे क्रियाशील

196 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर भी है उपलब्ध

 ललितपुर (Lalitpur)। कोरोना की संभावित तीसरी लहर से बच्चों के सर्वाधिक प्रभावित होने की आशंका के बीच प्रशासन ने इससे निपटने की तैयारियां तेज कर दी हैं। मंडलायुक्त अजय शंकर पांडे के स्तर से कोविड से संबन्धित हर गतिविधि पर प्रतिदिन फीडबैक भी लिया जा रहा है।

मण्डल में कोविड की संभावित तीसरी लहर से निपटने के लिए चल रही तैयारियों के बारें में मंडलायुक्त ने बताया कि झाँसी और जालौन मेडिकल कॉलेज में 50-50 बेड के पीकू वार्ड (पीडियाट्रिक न्यूनेटल केयर यूनिट) स्थापित किया जा चुका है। इसके साथ 50 वेंटिलेटर और एचडीयू बेड की स्थापना कर ली गयी है। वही जिला अस्पताल झाँसी, जालौन और ललितपुर में 10-10 ऑक्सीजन युक्त बेड की व्यवस्था कर ली गयी है, और 10 बेड की व्यवस्था पर काम चल रहा है। मण्डल के तीनों जिलों में चयनित चार-चार सामुदायिक केन्द्रों पर व्यवस्थाएं जारी है। इसमें जालौन और ललितपुर के स्वास्थ्य केन्द्रों ने 10-10 बेड की व्यवस्था कर ली है, वही झाँसी के स्वास्थ्य केन्द्रों पर प्रक्रिया चल रही है। दवाईयां उपकरण के संबंध में भी तैयारियां पूरी है, वहीं कहीं कहीं मानव संसाधन में बच्चों के डॉक्टर की नियुक्ति नहीं है, जिसको जल्द पूरा किया जाएगा। जालौन मेडिकल कॉलेज में दो ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए जाने थे, जिसमें से एक का कार्य पूर्ण हो चुका है वही दूसरे का कार्य प्रगति पर है। इसी के साथ मेडिकल कॉलेज के दोनों ऑक्सीजन प्लांट को जल्द ही शुरू कर दिया जाएगा। इसी के साथ मण्डल में स्वास्थ्य इकाइयों के पास कुल 196 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर उपलब्ध हैं। मण्डलायुक्त ने बताया कि संभावित बच्चों के साथ उनके तीमारदारों के लिए भी रुकने की व्यवस्था सभी चयनित इकाइयों पर की गयी है। कोविड की संभावित तीसरी लहर से बचाव के प्रबंधन के लिए मंडलायुक्त ने निर्देश दिये हैं कि सारी तैयारियां 30 जुलाई तक हो जानी चाहिए। यदि कोई समस्या होती है तो जिलाधिकारी और मुझे भी बता सकते हैं। शहरी क्षेत्र की अपेक्षा ग्रामीण क्षेत्र में ज्यादा कार्य करने की जरूरत है। मण्डल स्तर पर डेली ट्रैकिंग और जो कार्य अभी हुये नहीं है उन्हे जल्द से जल्द कराने और उसकी मोनिट्रिंग के लिए अपर निदेशक डा.अल्पना बरतारिया को जिम्मेवारी सौंपी गयी है। इसमें मदद के रूप में मंडलीय परियोजिना प्रबन्धक आनंद चौबे को भी जिम्मेवारी दी गयी है।

पीकू वार्ड के लिए यह केन्द्र हैं चयनित

झाँसी मेडिकल कॉलेज, जालौन मेडिकल कॉलेज, झाँसी, जालौन और ललितपुर जिला अस्पताल, झाँसी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- बड़ागांव, बरुआसागर, रानीपुर, गरौठा, जालौन के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- कोंच, जालौन, माधौगढ़, कदौरा, जालौन, ललितपुर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र- तालबेहट, बार, महरौनी, मडावरा इत्यादि।

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