अवधनामा संवाददाता
प्रयागराज। आज कोरोना काल में समाज में तरह तरह के खोज हो रहे हैं और समाज ने अपनों को खोया है , स्वास्थ ऐसी चीज है जो हर व्यक्ति को जरूरत रहती है , हर वयक्ति चाहता है की उसका स्वास्थ अच्छा रहे और समाज का हर व्यक्ति इसके लिए प्रयास करता है .
इधर जिस तरह से समाज में तरह तरह की बीमारियां बढ़ती जा रही हैं उसी हिसाब से स्वास्थ पर खर्चे बढ़ाते जा रहे हैं , कहा जाता है की गरीब आदमी को अच्छा स्वास्थ मुहैय्या नहीं हो पा रही है और लोगों को अपनी जान तक गवानी पड़ती है। सरकार ने बहुत प्रयास किये और सरकारी अस्पतालों का जाल बिछाने और योग्य डॉक्टरों को नियक्त करने की कोसिस किया लेकिन आम आदमी आज भी स्वास्थ के लिए परेशां मिल जाता है।
आज अगर स्वास्थ की समस्या अगर इतनी ख़राब है उसके पीछे समाज के जागरूकता भी कमी है , आज तरह तरह के झोला छाप डॉक्टर क्लिनिक खोल कर बैठ गए हैं जी हर मर्ज का इलाज करते हैं, जिसकी वजह से मर्ज गंभीर हो जाती है और वयक्ति अपने शरीर के साथ तो खिलवाड़ करता ही है साथ में अपने बजट को भी बढ़ा देता है।
झोला छाप डॉक्टरों पर बात करते हुए एक डॉक्टर ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि लोगों को समझना चाहिए कि एक अस्पताल है जहाँ हर रोग के विशेषज्ञ बैठे हैं उनको सम्बंधित रोग कि हर बारीकियों कि जानकारी है , वहीँ एक कमरे कि क्लिनिक दाल का एक तथाकथित डॉक्टर है जो हर रोग कि दवा कर रहा है तो उनका स्वास्थ कहाँ बेहतर होगा ? डॉक्टर साहब के अनुसार जाहिर सी बात है की विशेषज्ञ ज्यादा आसानी से उस मर्ज को समझेगा और बेहतर दवा देगा जिसका कोई साइड इफ़ेक्ट न हो , लेकिन झोला छाप डॉक्टर बिना समझे ऐसी दवा देगा जिसका साइड इफ़ेक्ट आप के दूसरे अंग पर होगा और फिर एक मर्ज नहीं ठीक होगी और दूसरी गंभीर समस्या आ जाएगी . ऐसे में अस्पताल और डॉक्टर का चुनाव अगर समय पर ही सही से कर लिया जाय तो समस्याएं ज्यादा आसानी से ठीक हो सकती हैं।
डॉक्टर के अनुसार झोला छाप डॉक्टर से इलाज करने में दो खतरे रहते हैं पहला की आप अपने शरीर के साथ खिलवाड़ करते हैं और दूसरा आप का आर्थिक नुक्सान बढ़ जाता है , जब तक समाज इतना जागरूक नहीं होगा और अपंने स्वास्थ के प्रति उचित इलाज और उचित डॉक्टर के संपर्क में नहीं आएगा तब तक स्वस्थ के क्षेत्र में कोई उपाय इतना कारगर नहीं होगा।
डॉक्टर के अनुसार विषय विशेषज्ञ हर विधा में हैं चाहे वो एलोपैथी हो या होमियोपैथी हो या आयुर्वेद हो, और हर विधा में झोला छाप डॉक्टर भी मिल जायेंगे , इसलिए किसी भी मर्ज की दवा करने के पहले जरूरी है की विषय विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें चाहे जिस पैथी से इलाज कराएं।