विश्व दुग्ध दिवस वैदिक रीति से मनाया
महरौनी ललितपुर Mehrauni Lalitpurमहर्षि दयानन्द सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वाधान में आर्य परिवार में 1 जून 2021 को आज विश्व दुग्घ दिवस वैदिक रीति से मनाया गया। आर्य समाज के मंत्री लखन लाल आर्य ने कहा कि गावो विश्वस्य मातर अर्थात गाय सम्पूर्ण विश्व की माता है। हम सभी को गाय की रक्षा और पालन करना चाहिए तभी विश्व दुग्ध दिवस मनाने उद्देश्य पूर्ण होगा। श्रीमद दयानन्द कन्या गुरुकुल चोटीपुरा की ब्रह्मचारणी वेदांशी आर्या ने कहा कि गाय का दूध सर्वोत्तम आहार है। दुग्ध और दुग्घ पदार्थ घी दही मक्खन छास मट्ठा का सेवन हमारा सम्पूर्ण आहार है। दुग्ध में भरपूर कैल्शियम अन्य मिनरल्स और वसा होती है। छोटे बच्चो के लिए मा का दूध सर्वोत्तम है। गाय का दूध सभी के लिए सर्वोत्तम है, गाय को माता कहा गया है, गौ सेवा के अनेक लाभ है गौ सेवा से आयु लम्बी होती है।गाय के शरीर का हर अंग हमारे जीवन में उपयोगी है। पंचगव्य दुग्घ घी गौ मूत्र गोमय दही आदि सभी लाभकारी हैं। गुरुकुल कुरुक्षेत्र के ब्रह्मचारी काव्य आर्य ने कहा कि मृत्यु पश्चात भी गाय का शरीर का प्रत्येक अंग सींग खुर खाल आदि सभी प्रयोग में आते है। महर्षि दयानंद सरस्वती ने हो गऊकरुणा निधि पुस्तक में गौ की महत्ता बताई है ।एक गाय अपने जीवन काल में लगभग 24000 मनुष्यों का पोषण करती है। सभी को गाय पालन करनी चाहिए। योगिराज कृष्ण जी गौ वर्धन करते रहे उनके पद चिन्हों पर चलना चाहिए। इस अवसर पर प्यारेलाल सेन,शिक्षिका सुमन लता सेन,अदिति आर्य उपस्थित रहीं। संचालन काव्य आर्य ने किया।