आलोक अग्रवाल (अवधनामा संवाददाता)
कोविड मरीजों को ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाईयों की कमी न होने पाए: योगी आदित्यनाथ
सहारनपुर। (Saharanpur) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सहारनपुर में 11 आॅक्सीजन प्लांट लगाये जायेंगे। उन्होंने कहा कि किसी भी कोविड मरीजों को ऑक्सीजन और जीवन रक्षक दवाईयों की कमी न होने पाए। उन्होने कहा कि कोरोना के प्रति लोगो को जागरूक किया जाए और अफवाह फैलाने तथा माहौल बिगाडने वालों पर पैनी निगाह रखी जाए। उन्होंने कहा कि जनपद में मेडिकल किट का वितरण शत-प्रतिशत कराया जाना सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि एक भी संदिग्ध और लक्षणयुक्त व्यक्ति बिना कोरोना की मेडिकल किट के न रहने पाए। उन्होने कहा कि निगरानी समितियों के माध्यम से लक्षणयुक्त व्यक्ति को तत्काल मेडिकल किट मुहैया कराते हुए उनका नाम, फोन नम्बर, पता आदि की सूची तैयार कर तत्काल एकीकृत कोविड कमाण्ड सेन्टर को दें। उन्होने कहा कि संदिग्ध और लक्षणयुक्त व्यक्ति का रैपिड रैस्पोन्स टीम के माध्यम से जल्द से जल्द जांच कराई जाए। उन्होने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में मरीजों, लक्षणयुक्त व्यक्तियांे की एक सूची जनप्रतिनिधियों को भी उपलब्ध करायी जाए। उन्होने कहा कि जनपद में हो रहे सफाई, सेनेटाईजेशन और फाॅगिंग अभियान के अन्तर्गत ग्रामीण क्षेत्रों में होने वाले कार्यों की सूची भी जनप्रतिनिधियों को दी जाए। कोविड से संबंधित मामलों और कार्यवाही की जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और मुख्य चिकित्साधिकारी नियमित रूप से समीक्षा करे साथ ही जनप्रतिनिधियों के साथ निरंतर संवाद बनाए रखें।
मुख्यमंत्री आज यहां सर्किट हाउस के सभागार में मण्डल में कोरोना की रोकथाम और स्वच्छता अभियान की समीक्षा कर रहे थे। उन्होने कहा कि काॅन्टेक्ट ट्रेसिंग को और अधिक प्रभावी किया जाए साथ ही टैस्टिंग भी बढायी जाए। किसी भी मरीज को दवाई, आॅक्सीजन, बैड तथा एम्बुलेंस की कमी न होने पाएं। प्रत्येक अस्पताल में सभी उपकरण क्रियाशील स्थिति में होने चाहिए। उन्होने कहा कि प्रदेश स्तर पर 300 ऑक्सीजन प्लांट लगने प्रस्तावित है जिनमें से 11 सहारनपुर में लगेंगे। जनपद में कम्युनिटी किचन को सुचारू रूप से चलाया जाए। जिससे हर व्यक्ति को भोजन उपलब्ध हो सकें। उन्होने कहा कि अधिकारी यह सुनिशिचित करंे कि अफवाह फैलाने तथा माहौल बिगाडने वालों पर पैनी निगाह रखी जाए। ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के प्रति लोगो को जागरूक किया जाए और माॅस्क लगाने के लिए निरंतर प्ररेरित किया जाए। उन्होने कहा कि जिस व्यक्ति को जो जिम्मेदारी सौंपी जाए वह उसक भली प्रकार से निर्वहन करे तो ही संक्रमण की चैन को तोडा जा सकता है। जनपद स्तर पर अलग-अलग टीम गठित की जाए और जिम्मेदारी सौंपने के साथ ही संबंधित की जवाबदेही भी तय की जाए और दिये गये निर्देशों को परिणामकारक बनाया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जिला अस्पताल और मेडिकल काॅलेज में आवश्यकतानुसार मैनपावर बढायी जाए तथा कोविड कार्य में लगे कर्मियों को 25 प्रतिशत अधिक मानदेय से लाभान्वित किया जाए। उन्होने कहा कि एकीकृत कोविड कमाण्ड सेन्टर को अधिक से अधिक प्रभावी किया जाए। ग्रामीण क्षेत्रों में आवश्यकता पडने पर तत्काल एम्बुलेंस मुहैया करायी जाए। किसी भी मरीज को बैड और चिकित्सीय सुविधा में कमी न आने पाए। कोई भी मरीज दवाई, बैड और ऑक्सीजन के अभाव मंे ईधर-उधर न भटके। उन्होने कहा कि यदि दुर्भाग्यवश किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है तो ससम्मान उसका अंतिम संस्कार किया जाए। यदि कोई व्यक्ति निराश्रित है तो उसके धर्म के रिती-रिवाज के अनुसार जिला प्रशासन उसका अंतिम संस्कार कराए। उन्होने कहा कि कंटेनमेंट जोन का सख्ती से पालन कराया जाए। उन्होने कहा कि 50 से कम कर्मियों वाले औद्योगिक इकाईयों में कोविड हेल्प डेस्क तथा 50 से अधिक कर्मियों वाली औद्योगिक इकाईयों में कोविड केयर सेन्टर बनाया जाए। उन्होंने कहा कि अधिकारी समय-समय पर ऐसे संस्थानों का निरीक्षण कर कोविड हेल्प डेस्क और केयर सेंटर का निरीक्षण भी करें।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि वैक्सीनेशन की पहले से प्लानिंग की जाएं जिससे सभी लोगों को समय से वैक्सीनेशन किया जा सके और वेस्टेज भी न हो। उन्होने कहा कि वैक्सीनेशन सैन्टर पर प्रतीक्षा क्षेत्र और आॅब्जर्विंग क्षेत्र अलग-अलग होने चाहिए। उन्होने कहा कि निजी चिकित्सालय, लैब और एम्बुलेंस नियमों का उल्लंघन करने पर उनके विरूद्ध कडी से कडी कार्यवाही की जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि बच्चों, महिलाओं और गंभीर रूप से बिमार व्यक्तियों के लिए अलग से नाॅन कोविड अस्पताल डेडिकेट किया जाए। इसमें किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 मई 2021 से होने वाले निःशुल्क खाद्यान्न वितरण से अन्तयोदय व पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को राशन दिलाने के साथ-साथ सत्यापन कर ऐसे निराश्रितों को भी राशन दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्ति जिनके पास कार्ड नहीं है और जिन्हे खाद्यान्न की आवश्यकता है। उन्हें भी खाद्यन्न की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होने कहा कि राशन वितरण के समय सोशल डिस्टेसिंग, माॅस्क, सेनेटाइजर की उपलब्धता और अनुपालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होने कहा कि गो-आश्रय स्थलों में अभी से ही चारे की पर्याप्त मात्रा सुरक्षित कर ली जाए। गो आश्रय स्थलों में छाया, पानी, चारे, चिकित्सीय सुविधा के अभाव में किसी भी गोवंश की मृत्यु नहीं होनी चाहिए।
बैठक में गन्ना विकास एवं चीनी उद्योग मंत्री सुरेश राणा, आयुष मंत्री धर्म सिंह सैनी, सांसद प्रदीप चैधरी, महापौर संजीव वालिया, विधायक देवेन्द्र निम, किरत सिंह, कुंवर ब्रजेश सिंह, मण्डलायुक्त ए0वी0राजमौलि, पुलिस उप महानिरीक्षक उपेन्द्र कुमार अग्रवाल, जिलाधिकारी अखिलेश सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डाॅ. एस0चन्नप्पा, राजकीय मेडिकल काॅलेज के प्रधानाचार्य डाॅ0 अरविन्द त्रिवेदी, अपर निदेशक चिक्त्सिा एवं स्वास्थ्य श्रीमती अनिता जोशी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे।