अवधनामा संवाददाता
ललितपुर।(Lalitpur) कोविड-19 संक्रमण के उपचार के लिए तालबेहट स्थित पॉलीटेक्निक में एल-1 अस्पताल बनाया गया है। इस अस्पताल में भारी अनियमित्तायें व्याप्त होने का आरोप लगाते हुये शहर के मोहल्ला चौकाबाग निवासी सुनीता परिहार ने मुख्यमंत्री को शिकायती पत्र भेजा है। शिकायती पत्र में महिला ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराते हुये लापरवाह कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही किये जाने की मांग उठायी है। पीडि़ता का आरोप है कि उनके पति कोरोना संक्रमित होने के चलते एल-1 अस्पताल में भर्ती थे, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गयी। घटना के बाद न तो उन्हें मृत्यु प्रमाण पत्र दिया जा रहा है। बड़ा आरोप लगाते हुये बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में तैनात एक बाबू द्वारा अवैध तरीके से सुविधा शुल्क की मांग की जा रही है।
पीडि़ता ने मुख्यमंत्री को भेजे शिकायती पत्र में आरोप लगाते हुये बताया कि जनपद ललितपुर के कोविड अस्पताल एल-1 पॉलिटेक्निक तालबेहट अस्पताल में महावीर सिंह पुत्र मंगल सिंह हाल निवासी चौकाबाग की मृत्यु इलाज के अभाव में हो गयी थी। प्रभारी डाक्टर द्वारा कहा गया कि यहां मृतक अवस्था मे आये थे। जबकि सरकारी एम्बुलेन्स में सुबह 10 बजे कोविड अस्पताल को निकले थे। अपरान्ह 1 बजे कोविड अस्पताल पालीटेक्निक अस्पताल तालबेहट पहुचे। जहां डॉक्टरों एवं एम्बुलेन्स संचालक की लापरवाही सामने आई। ड्राइवर द्वारा भेजे गए कागजो में झांसी रिफर दर्शाया गया है। मेरे पति महावीर सिंह की जेब मे 15 हजार का एंड्रायड फोन था। जो कोविड अस्पताल तालबेहट से वीडियो काल पर बात हुई। लेकिन कुछ देर बाद फोन बंद कर दिया जिससे फोन से बात नही हो पाई। जहां पर लापरवाही की गई और शाम 5 बजे तक ऑक्सीजन नही दी गयी थी। ऑक्सीजन की वजह से तडफ़ते तडफ़ते मृत्यु हो गयी थी। शाम 6 बजे एम्बुलेन्स चालक का फोन आया कि आपका मरीज गम्भीर हालात में एल-1 अस्पताल तालबेहट में भर्ती है। हम लोग तुरन्त साढ़े 6 बजे अस्पताल पहुंचे, तब वहां पर प्रभारी डॉक्टर द्वारा कहा गया कि एक डेड बॉडी रखी है उसे देख लो। जब हम लोगो ने देखा तो वह मृतक अवस्था में थे। पीडि़त महिला का आरोप है कि ऐसी स्थिति में डाक्टर एवं स्टाफ की घोर लापरवाही के कारण महावीर सिंह की मृत्यु हो गयी थी। महिला का आरोप है कि उसके पति का मोबाइल कोविड अस्पताल से गायब कर दिया और नगद जेब मे रखे 5 हजार रुपये भी किसी ने निकाल लिए। जो कागज एम्बुलेन्स के ड्राइवर से मिले उसमे भारी कटिंग है। जिससे अस्पताल एवं ड्राइवर की घोर लापरवाही सामने आई है। इस पर भी परिजनों ने कुछ नही कहा कब मृत्यु प्रमाण पत्र की आवश्यकता पड़ी तो पहले नगर पालिका ललितपुर पहुंचे तो इन्होंने कहा कि जहां मृत्यु हुई वही से बनेगा। इसके उपरांत तालबेहट पहुंचे तो 5 दिन घूमने के बाद बाबू आना कानी करने लगा। पीडि़ता का आरोप है कि उक्त बाबू द्वारा सुविधा शुल्क की मांग की। पीडि़ता ने मुख्यमंत्री व डीएम से मामले की जांच कराते हुये कार्यवाही किये जाने की गुहार लगायी है।