अवधनामा संवाददाता
जिले में नहीं एक भी रेमेडिसिवर इंजेक्शन
अयोध्या। (Ayodhya) कोरोना महामारी की दूसरी लहर देश प्रदेश व जिले में तेजी से अपना पांव पसार रही है। इस बार यह महामारी इंसानों को संभलने का मौका भी नहीं दे रही है जिसके कारण मौत का आंकड़ा भी तेजी से बढ़ रहा हैं। इस बीच प्रशासन से एक अच्छी खबर भी आई कि कोरोना से बचाव के लिए रेमेडिसिवर नामक इंजेक्शन मिल गई है जिसे लगाने के बाद इसके संक्रमण को शरीर मे बढ़ने से रोक देगी। पर दुर्भाग्यवश यह इंजेक्शन अयोध्या जनपद के लोगों को नहीं मिल पा रही है।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शासन को इंजेक्शन की डिमांड भी भेजी गई है, लेकिन इंजेक्शन अब तक उपलब्ध नहीं हो सका है, जबकि मौतों की संख्या में प्रति दिन इजाफा हो रहा है। जिले में अबतक 131 लोग कोरोना से दम तोड़ चुके हैं। इस इंजेक्शन को कोरोना के गंभीर रोगियों के इलाज लिए बेहद उपयोगी माना गया है। वहीं, लीगो कोरोना की आरटीपीसीआर टेस्ट रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी से भी लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। संक्रमितों की रिपोर्ट जांच कराने के दो दिन बाद मिल पा रही रिपोर्ट। जबकि नेगेटिव रिपोर्ट आने में पांच से छह दिन का समय लग जा रहा है। ऐसे में सबसे ज्यादा खतरा उन लक्षण रहित संक्रमितों से है, जो कोरोना प्रोटोकॉल के पालन के प्रति सजग नहीं हैं। वहीं, नेगेटिव मरीजों को उनकी स्थिति का पता ही नहीं चल पाता। मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. घनश्याम सिंह ने बताया कि इंजेक्शन की डिमांड शासन को भेजी गई है। उन्होंने बताया कि आइवरमेक्टिन दवा पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है।
कोविड-19 मरीजों को अस्पताल पहुचाने को लगाई 15 एंबुलेंस
कोरोना मरीजों को अस्पताल पहुंचाने के लिए 15 एंबुलेंस लगाई गईं हैं। स्वास्थ्य विभाग के पास मौजूदा समय में 29 एंबुलेंस उपलब्ध हैं। इसमें 14 एंबुलेंस को दूसरे रोगियों के लिए रखा गया है। जिले में पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन उपलब्ध है। कोरोना संक्रमितों को भर्ती करने के लिए दर्शननगर स्थित मेडिकल कॉलेज में 50 बेड का एल-1, 200 बेड का एल-2 हॉस्पिटल बनाया गया है। मौजूदा समय में एल-1 के बेड खाली हैं।
दिखने लगा कोरोना के खौफ का असर
कोरोना के खौफ का असर अब शहर के लोगों में साफ नजर आने लगा है। शहर के अधिकांश हिस्सों में कोरोना की दस्तक हो चुकी है। रामनगर कॉलोनी, रिकाबगंज, शिवनगर, बछड़ा सुल्तानपुर में रोजाना संक्रमितों के मिलने का सिलसिला जारी है। अच्छी बात यह है कि लोग पहले की तुलना में अब थोड़ा सजग हुए हैं। आम दिनों में लोगों की आवाजाही से जाम की चपेट में आने वाला कचहरी बस अड्डा मार्ग सुनी है। कई और इलाकों में भी पहले की तुलना में भीड़भाड़ कम नजर आई। लोग घरों में ही कैद रहे। लोगों ने अब बच्चों को भी घरों में कैद रखना शुरू कर दिया है। चिकित्सकों का भी कहना है कि लोगों की सजगता से ही कोरोना को मात दी जा सकती।
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