अवधनामा डेस्क
मुम्बई। कृषि कानून के विरोध में दिल्ली के अलावा मुंबई में भी आंदोलन हो रहा है। ऑल इंडिया किसान सभा के नेतृत्व में नासिक से पैदल चलकर हजारों किसान मुंबई पहुंचे। इस आंदोलन की खास बात ये है कि राज्य सरकार के भी प्रतिनिधि यहां पहुंचे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार जहां किसानों के बीच पहुंचे। पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि इस कड़ाके की ठंड में पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसान पिछले 60 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं। क्या प्रधानमंत्री ने इनके बारे में जानकारी ली? क्या ये किसान पाकिस्तान के रहने वाले हैं?’
आदरणीय खा. शरद पवार साहेबांनी ‘संयुक्त शेतकरी कामगार मोर्चा’मध्ये सहभागी होत महाराष्ट्राच्या विविध भागातून आज मुंबईत मोर्चासाठी पायी आलेले शेतकरी आणि मागच्या साठ दिवसांपासून दिल्लीत आंदोलन करणाऱ्या सर्व शेतकऱ्यांना पाठिंबा दिला. #MahaWithFarmers #FarmersProtests @PawarSpeaks pic.twitter.com/EQnaOi9hRc
— NCP (@NCPspeaks) January 25, 2021
प्रधानमंत्री के साथ-साथ शरद पवार ने राज्यपाल पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राज्यपाल महोदय के पास कंगना से मिलने का समय है लेकिन वे हमारे किसानों से मिलने के समय नहीं निकाल पा रहे हैं। महाराष्ट्र ने ऐसा राज्यपाल पहले कभी नहीं देखा है। यहां आना और आपसे मिलना राज्यपाल की नैतिक जिम्मेदारी थी। दूसरी ओर, शिवसेना नेता और कैबिनेट मंत्री आदित्य ठाकरे ने किसानों के बीच अपने प्रतिनिधि को भेजा है। ऐसा माना जा रहा है कि इसके जरिए तीनों सत्ताधारी पार्टियां महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में अपना सियासी आधार मजबूत करने की कोशिश में हैं।
Braving cold weather, farmers from Punjab, Haryana & Uttar Pradesh are agitating for the last 60 days. Has the PM enquired about them? Do these farmers belong to Pakistan?: NCP chief Sharad Pawar addressing farmers’ rally in Mumbai in support of farmers protesting in Delhi pic.twitter.com/cgRp7QruXJ
— ANI (@ANI) January 25, 2021
रैली को लेकर ऑल इंडिया किसान सभा (एआईकेएस) के राष्ट्रीय प्रवक्ता अशोक धवले ने कहा था कि यह सम्मेलन कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए दिल्ली की सीमा पर चल रहे किसान आंदोलन का समर्थन करने के लिए बुलाया गया है। उन्होंने बताया था कि किसान सभा आजाद मैदान में होगी जिसमें महाविकास अघाडी के नेता हिस्सा लेंगे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार, राज्य कांग्रेस अध्यक्ष व राजस्व मंत्री बालासाहेब थोराट और पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे सहित वामपंथी दलों के नेता भी रैली को संबोधित करेंगे।
किसानों का एक प्रतिनिधिमंडल 25 जनवरी को राजभवन जाकर राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी को ज्ञापन सौंपेगे और साथ ही गणतंत्र दिवस के मौके पर आजाद मैदान में झंडा फहराएंगे। पुलिस अधिकारी ने बताया था कि किसान रैली के मद्देनजर पुलिस ने दक्षिण मुंबई स्थित आजाद मैदान और उसके आसपास के इलाकों की सुरक्षा की विशेष तैयारी की है और राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) के जवानों की तैनाती की गई है, इसके साथ ही ड्रोन का इस्तेमाल किया जाएगा।