पूरी खबर पढ़ने के लिए लिंक पर क्लिक करे—–
हॉस्पिटल्स और एनजीओ द्वारा आयोजित किए जाने वाले ब्लड डोनेशन कैंप्स में आमतौर पर संपूर्ण ब्लड ही लिया जाता है, जबकि इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) का कहना है कि संपूर्ण रक्त दान में लेने की बजाय इसके सिर्फ कुछ अवयव ही दान में एकत्र किए जाने चाहिए.
आईएमए के अध्यक्ष डॉ. के.के. अग्रवाल का कहना है कि ब्लड डोनेशन कैंप्स को अगर ‘ब्लड कम्पोनेंट डोनेशन’ कैम्प कहा जाए तो गलत नहीं होगा. उनका कहना है कि जहां एक ही बैग में ब्लड एकत्र किया जा रहा हो वहां ब्लह डोनेट करने से बचें. आमतौर पर दो कम्पोनेंट प्रयोग किए जाते हैं.
इन सब बातों के अलावा भी ब्लड डोनेट करने से पहले कुछ अन्य बातों का भी ध्यान रखना जरूरी है. जैसे-
- ब्लड डोनेशन से पहले ब्लड ग्रुप ए, बी, ओ और आरएच फैक्टर की जांच हो.
- हिपेटाइटिस बी और सी वायरस, एचआईवी 1 और 2, वीडीआरएल और मलेरिया की जांच हो.
- सेफ ब्लड ट्रांसफ्यूजन के लिए निर्धारित टेस्ट जैसे माइनर ब्लड ग्रुप और न्यूक्लिक एसिड एम्पलीफिकेशन टेस्ट के टेस्ट होने चाहिए.
- ब्लड डोनेट करने वाले व्यक्ति के वजन और हीमोग्लोबिन की जांच भी जरूरी है.
- ब्लड डोनेट करने वाले व्यक्ति का ब्लडप्रेशर, हीमोग्लोबिन, और वजन स्टेबल होना चाहिए.
- डोनर ने रक्तदान से पहले कुछ खाया हुआ हो.
- 24 से 48 घंटे पहले डोनर ने स्मोकिंग और एल्कोहल का सेवन ना किया हो.
- ब्लड डोनेट करने से पहले सोडा ड्रिंक ना ली हो.
- ———————————————————————————————————
-
डाउनलोड करें गूगल प्ले स्टोर से avadhnama news app और रहें हर खबर से अपडेट।