अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफसर तारिक मंसूर ने आज आनलाइन माध्यम से विश्वविद्यालय की नव विकसित वेबसाइट का उद्घाटन किया। विश्वविद्यालय के शताब्दी वर्ष के अवसर पर नई वेबसाइट का उद्घाटन शताब्दी समारोह के अंतर्गत मनाये जाने वाले कार्यक्रमों में एक नया अध्याय है।
इस अवसर पर कुलपति ने कहा कि अंग्रेजी, हिंदी तथा उर्दू भाषाओं की सुविधा से लैस इस बहुभाषी वेबसाइट को जीआईजीडब्ल्यू (वेबसाइटों के लिए भारत सरकार के दिशानिर्देश) के अनुरूप बनाया गया है। उन्होंने कहा कि नई वेबसाइट में उपयोगकर्ताओं को संसाधनों में सुधार के साथ ही तेज नेविगेशन, कार्यक्षमता और सुरक्षा जैसे कई संसाधन मिलेंगे।
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय को एक नई संरचित और डेटा आधारित बेहतर वेबसाइट की आवश्यकता थी और आशा है कि इस वेबसाइट में पुरानी वेबसाइट से अधिक बेहतर जानकारी व्यवस्था देखने को मिलेगी। उन्होंने कहा कि वेबसाइटें बाहरी दुनिया के लिए संस्थानों की खिड़कियां हैं और मुझे विश्वास है कि नई वेबसाइट से एएमयू की छवि और बेहतर होगी। उन्हों ने शिक्षकों से वेबसाइट पर अपने सीवी और जानकारी को अपडेट करने का आग्रह किया।
प्रोफेसर मंसूर ने इस महत्वपूर्ण तथा जटिल कार्य को अंजाम देने के लिए विश्वविद्यालय वेबसाइट कमेटी के कन्वीनर प्रोफेसर आसिम ज़फर सहित अन्य सदस्यों प्रोफेसर जमशेद सिद्दीकी (कंप्यूटर विज्ञान विभाग), प्रोफेसर अतहर अली खान (सांख्यिकी विभाग), प्रोफेसर एम रिजवान खान (निदेशक, आईक्यूएसी), डा० परवेज महमूद खान (निदेशक, प्रोफेसर एमएन फारूकी कंप्यूटर सेंटर), डा० मोहम्मद यूसुफ (विश्वविद्यालय लाइब्रेरियन), डा० गौरव सिंह (प्रोस्थोडान्टिक्स विभाग के अध्यक्ष), डा० रिजवान अहमद खान (चेयरमैन, पीडियाट्रिक्स सर्जरी विभाग) तथा प्रोफेसर मिर्जा फैसल एस बेग (अध्यक्ष, मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग) को बधाई दी।
कार्यक्रम के आरंभ में स्वागत भाषण प्रस्तुत करते हुए डा० आसिम जफर (संयोजक, वेबसाइट समिति) ने कहा कि पुरानी वेबसाइट से नई वेबसाइट में जानकारी तथा डेटा के स्थानांत्रण का कार्य काफी जटिल है तथा इसमें थोड़ा समय लग सकता है। उन्होंने कहा कि वेबसाइट के सही उपयोग के लिये विभिन्न विभागों एवं कार्यालयों के लगभग 250 लोगों को प्रशिक्षित करने के लिए 16-दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया था और भविष्य में इस तरह के अन्य प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
अन्त में वेबसाइट निर्माण में अपना योगदान देने वाले सभी लोगों का आभार जताते हुए रजिस्ट्रार, श्री अब्दुल हमीद (आईपीएस) ने कहा कि नई वेबसाइट को न केवल एडवान्स नैविगेशन एप्लिकेशन, तेज़ कार्यक्षमता और बेहतर फिल्टरिंग के लिए तैयार किया गया है बल्कि इससे उपयोगकर्ताओं को विश्वविद्यालय के साथ जुड़ने का नया अनुभव होगा।
उन्होंने कहा कि नई वेबसाइट उपयोगकर्ताओं और विश्वविद्यालय के लिए काम करने वालों के मध्य नये संबंधों का सृजन करेगी।
वेबसाइट को दिल्ली की एएचए टेक्नोक्रेट फर्म के सीईओ श्री महरोज अली पाशा तथा उनकी टीम द्वारा डिजाइन किया गया है।