लखीमपुर खीरी – कलेक्ट्रेट सभागार में जिला अधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह की अध्यक्षता में संभावित बाढ़ एवं सूखा से निपटने के लिए अंतर विभागीय समन्वय समिति की बैठक आयोजित हुई।आयोजित बैठक में बाढ़ चैकी राहत केंद्र एवं शिविरो की स्थापना हेतु की कार्यवाही अमल में लाई जाए। ताकि उसमें बाढ़ एवं राहत चैकी वार कर्मचारियों की ड्यूटी भी लगाई जा सके। बाढ़ से निपटने के लिए सभी अधिकारी कमर कस लें। उन्होंने कहा कि बाढ़ से निपटने के लिए की गई व्यवस्थाओं के साथ-साथ अस्थाई तौर पर भी व्यवस्थाएं रखी जाए, जिससे आने वाली किसी भी समस्या से निपटने हेतु कोई क्विक एक्शन हो सके। डीएम ने जिला मुख्यालय सहित तहसील मुख्यालयों पर भी बाढ़ कंट्रोल रूम की स्थापना हेतु निर्देश दिए।डीएम ने अधिशासी अभियंता (बाढ़ खंड) राजीव कुमार को निर्देशित किया कि बाढ़ से निपटने हेतु अब तक की गई तैयारियों का पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन तैयार किया जाए एवं समय-समय पर आवश्यकता अनुसार उसे अपडेट भी किया जाए। संभावित कटान प्रभावित क्षेत्रों की फोटोग्राफी एवं जियो टैगिंग की भी करवाई पूर्ण की जाए। इसी के साथ बाढ़ सुरक्षा समितियों का भी गठन किया जाए। उन्होंने कहा की कि बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवो में इंडिया मार्का नलों में वाटर की सैंपलिंग कराई जाए, ताकि जल की शुद्धता के संबंध में आवश्यक जानकारी के साथ ही तदनुसार कार्रवाई की जा सके।अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ ए०के० चैधरी ने बताया कि बाढ़ से निपटने हेतु चिकित्सा विभाग द्वारा पूरी कार्य योजना तैयार कर ली गई। औषधियों एवं उसके स्टाक की किसी प्रकार की कोई कमी नहीं है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ टीके तिवारी ने बताया कि टीकाकरण की पूर्ण व्यवस्था है, बाढ़ से पूर्व ही चिन्हित स्थलों पर टीकाकरण का कार्य पूरा करा लिया जाएगा। बाढ़ से निपटने हेतु विभागीय 14 सचल वाहनों के साथ ही टीमों का गठन भी कर दिया गया है।डीएम ने विद्युत आपूर्ति एवं दुर्घटनाओं की रोकथाम के संबंध में संबंधित को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में नालों की साफ सफाई के साथ ही हैंडपंपों का विसंक्रमण कराया जाए। बाढ़ से निपटने हेतु सभी अधिकारी विभागवार नोडल अधिकारी नामित करते हुए अपनी कार्ययोजना दो दिन के अंदर अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व) को उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। बाढ़ से निपटने में सशस्त्र सीमा बल (एस०एस०बी०) के स्ट्रीमरो एवं बाढ़ से बचाव हेतु अन्य उपकरणों की भी मदद ली जाए,उन्होंने जिला पंचायत राज अधिकारी को निर्देशित किया कि पूर्व में बाढ़ ग्रस्त हुए गांव में युद्ध स्तर पर साफ सफाई व्यवस्था दुरुस्त करा ले,पेयजल आपूर्ति के साथ ही नाले-नालियों का अभियान चलाकर साफ सफाई कराएं। उन्होंने खनन निरीक्षक को निर्देशित किया कि ईट भट्टों के गड्ढों पर अनिवार्य रूप से चेतावनी बोर्ड लगवाए जाएं।उन्होंने नियंत्रण कक्ष, बांधो की सुरक्षा, अनुरक्षण एवं रखरखाव, संचार व्यवस्था नावोध्मोटर बोट की व्यवस्था, भवनों का अधिग्रहण, पेयजल आपूर्ति, विभागों के उपलब्ध संसाधन, राहत सामग्री वितरण सहित विभिन्न बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की।
बाढ़ से निपटने के लिए प्रॉपर प्लानिंग के साथ-साथ बेहतर एक्शन प्लान बनाए अधिकारी: डीएम
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