भारत में घातक Coronavirus के दो नए मामले सामने आने के बाद सोमवार को इकोनॉमी के मोर्चे पर भी अफरातफरी की स्थिति देखने को मिली। इस बीमारी के प्रसार से जुड़ी चिंताओं के कारण अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया सोमवार को 15 माह के निचले स्तर पर आ गया।
दिन के कारोबार के दौरान भारतीय मुद्रा 0.5% टूटकर 72.76 रुपये प्रति डॉलर के स्तर पर पहुंच गया। यह 13 नवंबर, 2018 के बाद का सबसे निचला स्तर है। पिछले तीन कारोबारी सत्र में रुपये के मूल्य में 1.6% की गिरावट दर्ज की गई है।
रुपये में हो सकती है और गिरावट
विशेषज्ञों का कहना है कि इस सप्ताह रुपये में और गिरावट देखने को मिल सकती है और यह 73 रुपये प्रति डॉलर के स्तर तक टूट सकता है। हालांकि, उन्हें उम्मीद है कि केंद्रीय बैंक रुपये के अवमूल्यन को रोकने के लिए डॉलर की बिक्री कर सकता है। इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में रुपया 72.09 प्रति डॉलर के स्तर पर खुला।
दो नए मामलों में एक मामला राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली में सामने आया है। दूसरा मामला तेलंगाना में देखने को मिला है। सरकार ने बयान जारी कर कहा है कि देश में इस वायरस से पॉजिटीव मामलों की संख्या बढ़कर पांच हो गई है। इस महामारी की वजह से दुनियाभर में 3,000 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, चीन के अलावा जापान, ईरान, इटली, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के अधिकारी इस बीमारी के प्रसार को रोकने की कोशिशों में लगे हैं।
साभार सियासत