आज तक पर छपी खबर के अनुसार, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक मुस्लिम बीजेपी नेता ने कहा है कि भीड़ ने उसका और उसके रिश्तेदारों का घर बेदर्दी से जला दिया। अख्तर रजा ने दावा किया है कि वे बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हैं।
दिल्ली हिंसा के दौरान वहशीपन की रुला देने वाली कहानियां सामने आ रही है। उपद्रवियों ने किसी का आशियाना जला दिया तो कहीं भीड़ ने घेरकर बेगुनाहों को मार दिया। दिल्ली हिंसा में मरने वालों की संख्या इस वक्त तक 46 है।
आज तक पर छपी खबर के अनुसार, समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक एक मुस्लिम बीजेपी नेता ने कहा है कि भीड़ ने उसका और उसके रिश्तेदारों का घर बेदर्दी से जला दिया। अख्तर रजा ने दावा किया है कि वे बीजेपी के अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हैं।
उन्होंने कहा कि 25 फरवरी की शाम को भागीरथ विहार में उपद्रवियों की भीड़ जमा हो गई। इसके कुछ ही घंटों के बाद इन लोगों ने उत्पात मचाना शुरू कर दिया और कई घरों में आग लगा दी।
अख्तर रजा ने पीटीआई से बातचीत में कहा, “भीड़ धार्मिक नारे लगा रही थी…कुछ देर बाद उन्होंने घरों में आग लगानी शुरू कर दी…इस इलाके में मेरे और मेरे तीन रिश्तेदारों के अलावा मुसलमानों के 19 घर हैं…सभी को जला दिया गया।
रजा ने आरोप लगाया कि हिंसा करने वाले ज्यादातर लोग बाहरी थे। उस शाम की खौफनाक आपबीती को बताते हुए उन्होंने कहा कि जब वो अपने परिवार के 12 सदस्यों को साथ लेकर अपना जलता घर छोड़कर भाग रहे थे तो भीड़ उनपर पत्थर बरसा रही थी।
अख्तर रजा ने कहा कि हिंसा के दौरान उन्होंने जब पुलिस से मदद मांगी तो पुलिस ने कहा कि उनके पास स्टाफ की कमी हैै। अख्तर रजा ने कहा, मैंने पुलिस की मदद मांगी तो कहा गया कि हमारे पास फोर्स नहीं है, मुझे पार्टी से भी कोई कॉल नहीं आया है न ही कोई मदद मिली है लेकिन मुझे न्याय का भरोसा मिला है।