आजमगढ़ l जिलाधिकारी रविंद्र कुमार की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में स्वापक नियंत्रण समिति की बैठक आयोजित की गई। जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षक को जनपद के सभी मेडिकल स्टोर का निरीक्षण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसी भी मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंधित दवा की बिक्री किसी भी दशा में नहीं होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि सभी सीएचसी/पीएचसी एवं सरकारी चिकित्सालयों के आस-पास स्थित मेडिकल स्टोर का नियमित रूप से निरीक्षण किया जाए तथा यह सुनिश्चित करें कि सरकारी लोगो/टैग लगी हुई दवा किसी भी प्राइवेट मेडिकल स्टोर से न बिकने पाए।
जिलाधिकारी ने औषधि निरीक्षक को निर्देश दिया कि नशीली दवाओं की जांच के लिए जो भी आवश्यक उपकरण हो, उसे पुलिस विभाग से समन्वय स्थापित कर प्राप्त करते हुए आवश्यकतानुसार उसका उपयोग करें। उन्होंने यह अभी कहा कि जिस क्षेत्र में निरीक्षण करने जाएं, वहां के संबंधित थानाध्यक्ष से समन्वय स्थापित कर सुरक्षा के दृष्टिगत पुलिस बल अपने साथ ले जाएं। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जहां पर व्यावसायिक मात्रा में नशीले पदार्थ पकड़े जाएं, उनके ऊपर गैंगस्टर एक्ट तहत कार्रवाई करना सुनिश्चित करें। जिलाधिकारी ने कहा कि गैंगस्टर एक्ट/एनडीपीएस एक्ट के अंतर्गत जो विवेचना चल रही हैं, उसमें तत्काल अंतिम रिपोर्ट लगाते हुए कार्रवाई हेतु प्रेषित किया जाए। जिलाधिकारी ने माध्यमिक शिक्षा विभाग को निर्देश दिया कि स्कूलों में छात्र-छात्राओं के माध्यम से लोगों को नशा मुक्ति के संबंध में जागरूक किया जाए।
उन्होंने कहा कि पूरे जनपद में नशा मुक्ति का अभियान चलाएं तथा उसके संबंध में पोस्टर, बैनर आदि वितरित करें। उन्होंने कहा कि स्कूलों में नशा मुक्ति के संबंध में निबंध, कहानी एवं चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाए। इसके साथ ही स्कूलों में नशा मुक्ति अभियान के अंतर्गत शपथ भी दिलायी जाए। जिलाधिकारी ने समस्त संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि मादक पदार्थों की तस्करी के तरीकों के सम्बन्ध में आपस में सूचनाओं का आदान-प्रदान करें। बैठक में मुख्य राजस्व अधिकारी श्री संजीव ओझा, अपर पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक श्री विवेक त्रिपाठी, औषधि निरीक्षक सीमा वर्मा सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।





