डुमरियागंज थाना क्षेत्र में लाखों की हुई चोरी, चोरी के गहने और नकदी लेकर चोर हुए फरार, पुलिस की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल
डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज थाना क्षेत्र में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं कि उन्होंने एक ही रात में तीन घरों में लाखों की चोरी कर डाली। मंगलवार की रात नगर पंचायत के दो अलग-अलग वार्डों में हुई इस वारदात में चोरों ने लगभग 5 लाख रुपए के जेवर और नकदी पर हाथ साफ किया। तो वही महान हुआ गांव में भी चोरों ने अपना हाथ साफ किया। लगातार हो रही चोरी की घटनाओं से इलाके के लोग दहशत में हैं और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठा रहे हैं।
बीती रात चोरी की हुई पहली घटना वार्ड नंबर 6, शिवाजी नगर में हुई, जहां मेहंदी हसन की पत्नी रूबी अपने बच्चों के साथ घर पर अकेली थीं। उनके पति मुंबई में ड्राइवर का काम करते हैं। रात में घर में घुसे चोरों ने रूबी और उनके बच्चों के मुंह पर कपड़ा बांध दिया। इतना ही नहीं, उन्होंने गैस जलाकर धमकी दी कि अगर किसी ने शोर मचाया तो आग लगा देंगे।
इस दुस्साहसिक वारदात को कुछ लोग चोरी नहीं, बल्कि डकैती बता रहे हैं। चोरों ने इस घर से 27 हज़ार नगदी व लगभग 1 लाख के गहने चुराए। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और जानकारी लेकर लौट गई। दूसरी वारदात वार्ड नंबर 11, इंदिरा नगर में हुई, जहां प्रसिद्ध ऑटोमोबाइल मैकेनिक मुश्ताक के घर को निशाना बनाया गया।
मुश्ताक को चोरी का पता सुबह नींद खुलने पर चला। चोर पीछे के रास्ते से घर में घुसे और लगभग साढ़े तीन लाख रुपए के जेवर और कुछ पीतल व तांबे के बर्तन लेकर फरार हो गए। उन्होंने तुरंत 112 नंबर पर पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस हो गए।
इसी क्रम में थाना क्षेत्र के महानुआं खास गांव में चोरों ने छोटेलाल यादव के घर को निशाना बनाया जहां घर के मुख्य दरवाजे का ताला तोड़ कर घर में घुसकर करीब तेरह हजार नगदी समेत दस लाख के जेवरात के चोरी होने की बात पीड़ित के द्वारा बताई गई।पीड़ित छोटेलाल यादव ने बताया कि मंगलवार को शाम का खाना पीना करके परिवार के कुछ सदस्य छत पर तो कुछ बाहर बरामदे में सोए हुए थे।
रात करीब एक बजे किसी व्यक्ति के होने की आहट के शक पर तत्काल जगा तो देखा मुख्य दरवाजे पर लगा ताला टूटा हुआ था। कमरे में जा कर देखा तो बाक्स व बड़े बाक्स का कुंडा टूटा था,और उसमें रखा सामान बिखरा पड़ा मिला, जिसमें रखा करीब 13 हजार नगदी गायब था।
इसके बाद बगल कमरे में पशुओं के लिए भूसा रखा था,जहां परिवार का सारा जेवरात एक डिब्बे में रख कर छुपा दिया था, जिसे चोरों ने डिब्बा खोल कर उसमें रखा सोने का हार, झुमकी, नथिया , बिंदिया, आदि करीब दस लाख के जेवरात उड़ा ले गए और डिब्बा वहीं बगल फेंका मिला।
तत्काल चोरी के घटना की सूचना 112 पर फोन कर पीआरबी टीम को दिया गया, करीब दो घंटे बाद पहुंची पीआरबी टीम व प्रभारी निरीक्षक डुमरियागंज श्रीप्रकाश यादव ने मौके का जांच कर वापस लौट आए। इन वारदातों ने पूरे क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। लोगों का कहना है कि पुलिस की गश्त न होने के कारण चोरों का मनोबल बढ़ रहा है।
स्थानीय निवासियों का आरोप है कि शिवाजी नगर में पुलिस कभी गश्त के लिए नहीं आती, जिससे अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नागरिकों में असुरक्षा की भावना बढ़ गई है और वे प्रशासन से प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहे हैं ताकि ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाई जा सके। अब तक देखा जाए तो डुमरियागंज थाना क्षेत्र में आधे दर्जन से अधिक चोरियां हो चुकी है मगर पुलिस के हाथ खाली है।
ऐसे में लोगों द्वारा पुलिस पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं। इस बारे में जब थाना अध्यक्ष डुमरियागंज श्री प्रकाश यादव से बात की गई तो उन्होंने बताया कि महानवा की चोरी संदिग्ध लग रही है। लगातार हो रही चोरियों से पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा हो गया है।


 
                                    


