सांसद की अध्यक्षता में दिशा की बैठक में कई बार चर्चा के बावजूद जनवरी जनपद अमेठी में पिछले पांच सालों से मनरेगा के कार्यों के लिए क्षेत्र पंचायतों को कोई बजट नहीं आवंटित हुआ है।
मनरेगा लागू होने के बाद जनपद अमेठी में दूसरे चरण में मनरेगा के काम शुरू हुए। तत्कालीन सांसद राहुल गांधी ने समदा ताल परियोजना और इस्माइलपुर में वृहद पौधारोपण कार्यक्रम की शुरुआत स्वयं की थी।यू पी ए की सरकार के कार्यकाल में ग्राम पंचायत और क्षेत्र पंचायत दोनों को मनरेगा में पर्याप्त बजट मिलता था। गांवों में सम्पर्क और लिंक मार्गों के निर्माण बड़ी संख्या में मनरेगा से हुए। डबल इंजन की सरकार में पिछले पांच सालों में क्षेत्र पंचायतें बजट के मामले में उपेक्षा की शिकार है।
भेंटुआ के ब्लाक प्रमुख आकर्ष ने सबसे पहले दिशा की बैठक में इस मुद्दे को उठाया था। उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने अभी तक कोई विचार नहीं किया है।
सूत्रों का कहना है कि बगल के जिलों में क्षेत्र पंचायतों को कार्यदाई संस्था नियुक्त करके काम दिए जा रहे हैं।