जिला पोषण समिति एवं कन्वर्जंस विभागों की समीक्षा बैठक शुक्रवार को कलेक्ट्रेट के डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम सभागार में जिलाधिकारी घनश्याम मीना की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी चन्द्र शेखर शुक्ला सहित अन्य संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।जिलाधिकारी ने गर्भवती, धात्री महिलाओं और कुपोषित बच्चों के पोषण सुधार के लिए वीएचएसएनडी सत्रों को समयबद्ध और प्रभावी ढंग से संचालित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने आंगनबाड़ी केंद्रों पर आधारभूत सुविधाएं जैसे विद्युत कनेक्शन सुनिश्चित करने, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यों का बेहतर पर्यवेक्षण और पोषण ट्रैकर ऐप पर शत-प्रतिशत डेटा फीडिंग पर जोर दिया।उन्होंने संभव अभियान के तहत गंभीर कुपोषित बच्चों को एनआरसी में भर्ती कराने, कम्युनिटी बेस्ड इवेंट और वीएचएसएनडी सत्रों में जन जागरूकता बढ़ाने और रियल-टाइम मॉनिटरिंग के लिए नियमित डेटा अपडेशन के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने कुपोषण उन्मूलन के लिए माइक्रो प्लान तैयार करने, गर्भवती और धात्री महिलाओं को मौसमी फल-सब्जियों के सेवन, नियमित स्वास्थ्य जांच और टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने पर बल दिया।उन्होंने लाल और पीली श्रेणी के कुपोषित बच्चों को क्रमशः पीली और हरी श्रेणी में लाने तथा नए कुपोषित बच्चों का चिन्हांकन करने के लिए प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए।बैठक में बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. आशुतोष निरंजन, पीडी साधना दीक्षित, जिला कार्यक्रम अधिकारी शैलेंद्र सिंह, जिला प्रोबेशन अधिकारी, समस्त सीडीपीओ और अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।