इंटैक उरई के सौजन्य से भव्य श्रीराम वीथिका का हुआ शुभारम्भ।

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उरई(जालौन)।इन्टैक उरई अध्याय  के सहयोग से , मर्यादापुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में उरई के टाउनहाल में श्री राम वीथिका का भव्य शुभारम्भ  हुआ।

शंख ध्वनि के मध्य जनपद के मुख्य विकास अधिकारी श्री राजेन्द्र श्रीवासजी व जिला पंचायत राज अधिकारी श्री राम अयोध्या प्रसाद गुप्त जी  ने माॅ सरस्वती जी के चित्र  के समक्ष  दीप प्रज्वलित तथा पुष्पार्पण कर किया।
वीथिका अवलोकन के समय मुख्य  अतिथि श्री राजेन्द्र श्रीवास जी ने कहा कि इस वीथिका को देखकर मैं हतप्रभ हूं। भगवान श्री राम जी इतना सुन्दर संग्रह वास्तव में सराहनीय है।

इस वीथिका में अयोध्या धाम में श्री रामलला के मन्दिर  का एक माडल प्रदर्शित किया गया है। श्री राम लला के भव्य मंदिर के निर्माण  हेतु विशेष प्रकार की ईंटों का प्रयोग किया गया है जिनका एक हजार वर्षों तक क्षरण आदि नहीं होगा। इन ईंटों पर श्रीराम 2021 तथा श्रीराम 2023 अंकित है। ये ईंटें इस वीथिका का प्रमुख आकर्षण रहीं। यहीं पर श्रीराम लाला की प्रतिष्ठित मूर्ति का लघु स्वरुप भी आस्था का केन्द्र  रहा।

श्री राम वीथिका में चोदहवीं शताब्दी से सोलहवीं शताब्दी के मध्य दक्षिण भारतीय रियासतें, मैसूर, मदुरै, शिवगःगा, तन्जावुर आदि के श्रीराम जी , श्रीसीता माताजी श्री लक्ष्मण जी के चित्रों से युक्त ताम्र मुद्रायें, अवध प्रान्त के नवाब मोहम्मद अली द्वारा श्री राम सीता के चित्र  से युक्त रजत मुद्रा के साथ-साथ थाईलैंड द्वारा जारी श्रीराम जी की मुद्रा भी प्रदर्शित की गई। वीथिका में विभिन्न आकार  प्रकार  के ताम्र, रजत आदि से निर्मित  मन्दिर प्रतीकों का भी प्रदर्शन किया गया।

वीथिका में अपने भारत के डाक विभाग द्वारा श्री राम जी के जीवन पर आधारित  दिनांक 22-09-2017 को विभिन्न मूल्यों के 11 डाक टिकट  मय लघु डाक  पत्रक तथा प्रथम दिवस आवरण. सहित प्रदर्शित किये गये।रामायण  के रचनाकार  श्री बाल्मीकि व श्री रामचरित मानस के रचनाकार  गोस्वामी तुलसीदास  जी के डाक  टिकटों के साथ श्री राम चरित  के लोक गायकों के तथा उनके लोक वाद्यों के डाक टिकट  भी प्रदर्शित किये गये। नेपाल,  इन्डोनेशिया , थाईलैंड , श्री लंका , लाओस आदि देशों के भगवान श्रीराम जी के चित्रों से युक्त तमाम डाक टिकटें, लघु डाक टिकट पत्रक,  प्रथम दिवस आवरण,  पोस्ट कार्ड्स आदि की प्रस्तुति , दर्शकों के आकर्षण का केन्द्र  रहीं। जिला प्रोबेशन अधिकारी डा0 अमरेन्द्र पोत्सायन , 190 वर्ष  पूर्व  हस्तलिखित  सचित्र पाण्डलिपि को देखकर अनायास ही बोल पडे कि मेरे लिये वीथिका का अवलोकन  बहुत सार्थक  रहा। इस वीथिका में प्रदर्शित  ईंटें तो उसी प्रकार का महात्व  रखतीं हैं जिसप्रकार से श्री रामेश्वरम  से श्री लंका के मध्य बनाये गये श्रीराम  सेतु के पाषाण।

इस वीथिका के लगने से जिला पंचायत राज अधिकारी श्रीराम अयोध्या प्रसाद जी अति उत्साहित रहें और उन्होंने सभी भक्त अवलोकनार्थियों के लिये श्री रामजी के प्रसाद आदि की पूर्ण  व्यवस्था की और कहा कि मैं आज अति प्रसन्नचित्त हूं।

श्रीराम  वीथिका में प्रदर्शित  समस्त  सामग्री श्री मती सन्ध्या पुरवार  व डा0 हरी मोहन पुरवार  के निजी संग्रह से प्रस्तुत की गई।
वीथिका अवलोकनार्थ  दर्शकों का तांता लगा रहा। भारत विकास परिषद के श्री लखन लाल चंदैयख, श्री प्रवचन केमार गुप्त, शिक्षक नेता, श्री अशोक राठौर, राजकीय मैडिकल कालेज  के एनाटौमी विभाग  के प्रोफेसर डा0 प्रशान्त , सहायक प्रोफेसर डा0 रघुवीर सिंह  मण्डलोई, अखिल भारतीय व्यापाल मण्डल जालौन के अध्यक्ष  श्री सन्तोष गुप्ता मय अपनी पूरी टीम के, संस्कार भारती के कार्यकारी अध्यक्ष डा0 एस, पी, बुधौलिया, सिंह हेल्थ क्लीनिक के डा0 कैलाश नाथ सिंह, श्रीमती मनीषा सक्सेना, भारत विकास परिषद मुख्य शाखा की पूर्व महिला संयोजिका श्री मती ऊषा सिंह निरंजन , कम्प्यूटर में .हार्दिक श्री मती सपना व्यास, भारतीय जनता पार्टी की जिला उपाध्यक्षा सुश्री रेखा वर्मा जी के साथ-साथ तमाम  लोगों ने वीथिका का अवलोकन  किय। वीथिका की आयोजना में श्री हिमांचल जी और उनकी पूरी टीम का बहुत सहयोग रहा। अन्त में डा0 हरी मोहन पुरवार ने सभी आत्मीय  आगन्तुकों का हृदर से आभार प्रकट किया। रोहित विनायक का उल्लेखनीय योगदान रहा।

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