बार एसोशियेशन ने लामबंद होकर जिला प्रशासन को भेजा ज्ञापन
पुलिस कर्मियों पर एफआईआर दर्ज कराने की उठायी मांग
ललितपुर। विधिक सेवा प्राधिकरण के असिस्टेंट लीगल एड डिफेन्स काउंसिल अधिवक्ता राहुल गौतम के साथ पुलिस कर्मियों द्वारा जातिसूचक शब्दों का प्रयोग कर उनके व उनके साथी के साथ मारपीट, अभद्रता करने को लेकर अधिवक्ताओं में काफी आक्रोश व्याप्त है। इस सम्बन्ध में मंगलवार को अधिवक्ताओं ने जिला बार एसोशियेशन के बैनर तले जिला प्रशासन को एक ज्ञापन सौंपते हुये पुलिस कर्मियों के खिलाफ जांच कर कार्यवाही किये जाने की मांग उठायी है।
जिला प्रशासन को सौंपे गये ज्ञापन में अधिवक्ताओं ने बताया कि गांधीनगर नई बस्ती निवासी अधिवक्ता राहुल गौतम अपने साथी अधिवक्ता जितेन्द्र सिंह के साथ 13 मार्च को शाम करीब 5.10 बजे जितेन्द्र के भतीजे धर्मेंद्र पुत्र पवन का फोन आया। धर्मेंद्र ने उसे गोविन्द सागर बांध चौकी में तैनात आरक्षी द्वारा बुलाये जाने की बात कहते हुये यह बताया कि उसे पुलिस फर्जी मामले में फंसाने का प्रयास कर रही है।
धर्मेंद्र के फोन पर वह जितेन्द्र सिंह के साथ बांध चौकी पहुंचे, जहां मौजूद आरक्षी को उन्होंने अपना परिचय दिया और त्यौहार के दिन धर्मेंद्र को चौकी में बैठाने का कारण पूछा। आरोप है कि चौकी में उक्त आरक्षी व उसके साथ मौजूद एक अनाधिकृत व्यक्ति जो कि नशे की हालत में था भड़क गया और गालियां देते हुये घसीट दिया और गालियां देते हुये लाठी-डण्डों से मारपीट कर अमानवीय क्रूरता शुरू कर दी। जब उसने बीच-बचाव का प्रयास किया तो उसके साथ भी मारपीट करते हुये लाठी-डण्डों व लात-घूसों से मारपीट की गयी। आरोप है कि आरक्षी ने बायरलेस से पुलिस बुलायी और उसके साथ दोबारा मारपीट शुरू कर दी।
गंभीर आरोप लगाते हुये बताया कि उक्त लोगों ने जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करते हुये अपमानित किया और जितेन्द्र सिंह की जेब में रखे हुये 4200 रुपये व मोबाइल फोन छीन लिया। यह भी आरोप है कि उक्त पुलिस कर्मी उन्हें चार पहिया वाहन में लेकर कोतवाली पहुंचे, जहां मौजूद पुलिस कर्मियों ने भी उनसे अभद्रता करते हुये गालियां दीं और घसीटते हुये लॉपअप में डाल दिया गया। मामले की सूचना तत्काल चीफ लीगल एड डिफेन्स काउंसिल वैभव कुमार को फोन पर दी गयी। तब उन्होंने विक्रम सिंह ठाकुर के साथ थाने पहुंच कर प्रभारी निरीक्षक को विधिक अधिकारों की जानकारी दी, जिसके बाद अधिवक्ता को छोड़ा गया। अधिवक्ताओं ने पांच सूत्रीय मांगों को दोहराते हुये मामले में कार्यवाही किये जाने की मांग उठायी है। ज्ञापन देते समय अनेकों अधिवक्ता मौजूद रहे।