हजपुरा,अम्बेडकरनगर स्वच्छ भारत, सुंदर भारत का लिए केंद्र सरकार ने स्वच्छता अभियान की शुरुआत की थी। अभियान की शुरुआत इतनी अच्छी रही कि चाहे गांव हो या शहर। हर जगह युद्ध स्तर पर सफाई होने लगी थी, लेकिन अब गांव की गलियों व बाजारों में गंदगी के ढेर दिखाई देते हैं, जिससे सरकार की मुहिम को पलीता लग रहा है। अकबरपुर विकासखंड के सिकंदरपुर बाजार में साफ सफाई की व्यवस्था में पटरी हो गई है। इस बाजार की करीब 8000 की आबादी को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। दुर्गंध के साथ ही बाजार वासियों को संक्रामक बीमारियों का खतरा भी सता रहा है।
बाजार वासी अनिल कुमार, पंचम गुप्ता, डॉक्टर राम तीरथ द्विवेदी, राम सूरत अग्रहरि, रमेश जायसवाल, मोहम्मद यूनुस, हरिश्चंद्र आदि के मुताबिक अकबरपुर- जलालपुर मुख्य मार्ग से सिकंदरपुर आते समय बाजार मे प्रवेश करते ही राहगीरों, छात्र-छात्राओं व बाजार वासियों को दोनों तरफ कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, सबसे पहले उनका सामना करना पड़ता है किसी तरह नाक बंद कर बाजार के अंदर घुसते हैं तब राहत मिलती है। कई बार की शिकायत के बावजूद न तो कूड़े के निस्तारण की कोई व्यवस्था की जा रही है और न ही नियमित साफ-सफाई पर ही ध्यान दिया जा रहा है। इसे लेकर बाजार वासी, राहगीरों तथा छात्र-छात्राओं को काफी परेशानियां उठानी पड़ रही है। प्रतिदिन लोगों को कूड़े के देर से होकर गुजरना मुश्किल हो गया है।
इस मार्ग पर सड़क के दोनों किनारे कूड़े व गंदगी के ढेर लगभग सालों से लगे हुए हैं, जिससे उठने वाली बदबू से बाजार वासी और राहगीर तथा छात्र छात्राएं काफी परेशान हैं। कूड़े के ढेर से उठने वाली बदबू से लोगों का बुरा हाल हो जाता है। बाजार वासियों का कहना है कि ग्राम प्रधान व सफाईकर्मी की घोर लापरवाही के चलते इस तरह की गंदगी से तमाम प्रकार की संक्रामक बीमारियों के फैलने की आशंका बनी हुई है। वहीं गांव में भी खुली नालियां सरकार के आदेश की धज्जियां उड़ा रही हैं। सरकार के आदेश के बाद भी यहां के जनप्रतिनिधियों पर कोई भी असर नहीं है।
बाजार वासी और ग्रामीणों तथा राहगीरों ने जिला प्रशासन से सिकंदरपुर बाजार से कूड़े व गंदगी को अविलंब साफ कराए जाने की मांग की है।
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