भारत सरकार के द्वारा 21 वीं पशुगणना कार्यक्रम अन्तर्गत अभियान का शुभारम्भ 25 नवम्बर को जिलाधिकारी डा० दिनेश चन्द्र एवं मुख्य विकास अधिकारी साँई तेजा सीलम के द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया। जिलाधिकारी ने जनपदवासियों से यह अपील करते हुए कहा कि पशु हमारे ग्रामीण अर्थव्यवस्था तथा आर्थिक विकास का माध्यम है। ऐसी दशा में पशुओं की देखभाल व प्रबन्धन अच्छे ढंग से किया जाना अति आवश्यक है। 21 वीं पशुगणना के कार्य में जनपद के कुल 3444 राजस्व ग्रामों तथा 200 वार्ड जिसमें कुल 663513 परिवारों के पशुओं की गणना की जानी है। कार्य को पूर्ण किये जाने हेतु 223 पशुगणना कर्ता तथा प्रत्येक 05 पशुगणनाकर्ता पर 01 सुपरवाईजर अर्थात कुल 45 सुपरवाईजर नियुक्त किये गये है। जनपद में पाये जाने वाले समस्त प्रकार के पशुओं यथा गोवंश, महिषवंश, भेड़, बकरी, सूकर, पक्षी प्रजाति एवं अश्व प्रजाति की गणना मोबाईल ऐप के माध्यम से मोबाईल द्वारा की जायेगी।मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा० ओम प्रकाश श्रीवास्तव द्वारा यह बताया गया कि पशुगणना कार्य की मानिटरिंग हेतु जनपद स्तर पर डा० संजय कुमार, उप मुख्य पश ुचिकित्साधिकारी मुख्यालय को जनपदीय नोडल अधिकारी नामित किया गया हैं। जिनका मो० नं0 9918229696 है।उद्घाटन कार्यक्रम के दौरान डा० संजय कुमार, उप मुख्य पशुचिकित्साधिकारीध् नोडल अधिकारी जौनपुर, डा० धर्मेन्द्र सिंह, डा० पवन कुमार, डा० अल्का मनीषा, एवं पशुधन प्रसार अधिकारी विजय सिंह, सुनील कुमार सिंह, मानवेन्द्र सिंह, राजकुमार, महिमा श्रीवास्तव, चन्द्रसेन यादव एवं पैरावेट्स कौशिक यादव, अवधेश यादव, सुर्यप्रकाश यादव, विपिन यादव, विजय मिश्रा तथा अन्य स्टाफ उपस्थित रहें।
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