एच.बी.एम. हॉस्पिटल में प्रोजेक्ट ऑफिसर प्रदीप मसीह के निर्देशन में दिव्यांगजनों का एक दिवसीय कार्यशाला का अयोजन किया गया। जिसमें एच.बी.एम. अस्पताल के लक्षित 13 ग्रामों में से 07 ग्रामों के 29 दिव्यांगजन और उनके परिवार के सहयोगी और संसाधन व्यक्ति कुल 62 लोग इस कार्य शाला में उपस्थित थे। कार्यशाला का उदेश्य था कि दिव्यांग कि नेतृत्व क्षमता को बढ़ायें और वह अपने अधिकारों को और अधिकारों तक पहुँचने के लिए सक्षम हों और समुदाय में समान के साथ जीयें, जिसमें एचबीएम हॉस्पिटल स्टॉफ अमित ब्लूम फील्ड और नूरिन लाल ने अस्पताल कि स्वास्थ्य योजना / इतिहास और प्रेशामक देखभाल के बारे में जानकारी दी। ऑडियोलोजिस्ट डेनियल हेंड्रिक्स ने ऑडियोलोजि डिपार्टमेंट के इतिहास के बारे में जानकारी देकर आगे के लक्ष्य के बारे में बात करते हुये कहा कि जितने छोटे बच्चे कान से पीडि़त हैं उनकी जानकारी करना और सबसे अच्छी कान कि मशीनों को उपलब्ध करायी जायेगी। जिला दिव्यांगजन ससक्तिकरण अधिकारी शुभांशु सोनकर द्वारा दिव्यांगजन प्रोग्राम के अंतर्गत संचालित योजनाओं और सहायक उपकरणों को प्रदान करने और दिव्यांगजन सर्टिफिकेट, पेंशन प्राप्त होने के भरसक सहयोग के लिए कहा और दिव्यांगजन को पूर्ण जानकारी दी। सोसायटी फॉर प्रगति भारत परियोजना अधिकारी हरेन्द्र लिचारिया के बारे में जानकारी देना। अंतर्गत संचालित सोशल प्रोटेक्शन स्कीम से जोडऩे हेतु। दिव्यांग, सोनसिंह विशकर्मा द्वारा दिव्यांग सर्टिफिकेट बनवाने एवं चिकित्सा सम्बंधित सहयोग हेतु एच.बी.एम् अस्पताल एवं प्रगति भारत की हर संभव मदद करने का आश्वासन दिया एवं प्रोग्राम मेनेजर हरेंद्र रिछारिया के द्वारा लक्ष्यगत हस्तक्षेप परियोजना के बारे में सभी उपस्थित को एचआईवी एड्स के कारण लक्षण पर चर्चा की गई। इस दौरान तेरह ग्रामों के दिव्यांग उपस्थित रहे जिन्होंने संस्था का लाभ प्राप्त किया।
दिव्यांगजन के नेतृत्व क्षमता बढ़ाए जाने हेतु कार्यशाला सम्पन्न
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