इंदौर जिले में उर्वरक की कालाबाजारी करने पर उर्वरक विनिर्माण इकाई संचालक के विरुद्ध सोमवार को एफआईआर दर्ज की गई है। कृषि विभाग द्वारा पुलिस थाना खुडैल में मेसर्स चातक एग्रो (इंडिया) प्रा.लि. बिहाडिया तिल्लोर खुर्द खुडैल इंदौर के प्रोपराइटर मोहित ऐरन के खिलाफ उर्वरक (नियंत्रण) आदेश 1985 तथा आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 के तहत एफआईआर दर्ज कराई गई है।
बताया गया कि मेसर्स चातक एग्रो (इंडिया) प्रा.लि. विहाडिया तिल्लोर खुर्द खुडैल इंदौर की उर्वरक विनिर्माण इकाई का सोमवार को केन्द्रीय एवं जिला स्तरीय गुण नियंत्रण दल द्वारा औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान मेसर्स की विनिर्माण इकाई में अनुदानित उर्वरक यूरिया, सिंगल सुपर फास्फेट एवं म्यूरेट ऑफ पोटाश अधिक मात्रा में भण्डारण पाया गया। इससे इनकी कालाबाजारी कर एन.पी.के. मिश्रित उर्वरक के विनिर्माण में निर्बाध रूप से प्रयोग किया जाना पाया गया। विनिर्माण इकाई से आवश्यक अभिलेख जैसे उर्वरक क्रय से संबंधित दस्तावेज, उत्पादन इकाई की क्षमता से संबंधित दस्तावेज, बैचवार उत्पादित एवं ग्रेड वार नमूने विश्लेषण परिणाम नहीं पाये गये। जिला स्तरीय गुण नियंत्रण दल में सहायक संचालक कृषि संदीप यादव, विजय जाट, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी सत्यनारायण जाट तथा सी.एल.मालवीय उपस्थित थे।