पन्नाधाय स्मृति सेवा न्यास ने प्रौढ़ महिलाओं को पढ़ना लिखना सिखाने के बाद दिया उपहार
पन्नाधाय स्मृति सेवा न्यास की पहल पर भुल्लनपुर(मंड़ुवाडीह) की गरीब अनपढ़ प्रौढ़ महिलाओं को लिखना पढ़ना सिखाने के बाद धनतेरस पर्व पर उन्हें उपहार देकर उत्साह बढ़ाया गया। रमा गार्डेन में आयोजित कार्यक्रम में न्यास की प्रधान न्यासी व स्वदेशी जागरण मंच की काशी महानगर संयोजिका कविता मालवीय, आयडियल वीमेन वेलफेयर सोसाइटी की संस्थापिका बीना सिंह ने प्रशिक्षित पचास पौढ़ मातृशक्ति को पर्व पर उपहार स्वरूप साड़ी भेंट की। समाज के सम्पन्न वर्ग से आग्रह किया कि त्योहारों पर कमजोर वर्ग की महिलाओं की मदद में आगे आए। जिससे उनके घरों में भी पर्व की रोशनी और खुशियां बनी रहे।
न्यास की प्रधान न्यासी कविता मालवीय ने बताया कि भुल्लनपुर गांव की प्रौढ़ महिलाओं को शिक्षा का महत्व बताकर उन्हें इस आयु में लिखना पढ़ना सिखाया गया। अब ये महिलाएं बैंक से रुपये निकालने और बचत जमा करने के लिए हस्ताक्षर करना सीख गई हैं। खुशी की बात है कि ये महिलाएं अखबारों के साथ पुस्तक भी पढ़ने लगी हैं। ये महिलाएं गांव की अन्य महिलाओं को भी लिखने पढ़ने के लिए प्रेरित करेंगी। कविता मालवीय ने बताया कि पन्नाधाय स्मृति सेवा न्यास दाई, परिचारिका के योगदान को सराहने के साथ उन्हें सम्मानित भी करता है। संस्था उन महिलाओं के सम्मान के लिए प्रयासरत है जो अपने घर के साथ ही दूसरों के घर के लिए सेवा भाव से समर्पित रहती हैं। समाज इन्हें काम वाली बाई, दाई, परिचारिका आदि नाम से पुकारता है। पिछले कुछ वर्षों से स्थितियां बदलीं तो लोगों को यह समझ में आ रहा कि ये हमारी सहायिका हैं। कार्यक्रम में बरेका व्यापार मंडल की योगिता तिवारी ने भी भागीदारी की।