जिले के मोहनगंज कोतवाली में सोमवार की शाम चार बजे के करीब एक व्यापारी कन्हैया लाल यादव द्वारा 3 लाख 35 हजार रुपये लूट की सूचना दी गई थी। लूट की सूचना पर थाने की पुलिस सहित जिले के आलाधिकारी मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल शुरू कर दिया। देर रात तक लूट के प्रत्येक बिंदु पर जांच चलती रही। मंगलवार की सुबह पुलिस ने चौकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि लूट की पूरी घटना मनगढ़ंत और फर्जी निकली। शिकायतकर्ता ने लाेन व कर्ज से बचने के लिए लूट की
झूठी कहानी गढ़ी थी।
उल्लेखनीय है कि सोमवार की शाम चार बजे के करीब व्यापारी कन्हैया लाल यादव के द्वारा माेहनगंज काेतवाली पुलिस काे बताया गया कि जब वह बैंक ऑफ़ बड़ौदा में पैसा जमा करने के लिए जा रहा था तभी रास्ते में 200 बेड के रेफरल अस्पताल के पास सफेद रंग की अपाचे बाइक सवार तीन बदमाशों ने उसे राेक लिया। बदमाशाें ने उनसे झाेले में रखा 3 लाख 35 हजार रुपये लूटा और धमकाते हुए फरार हो गए। इस सूचना पर तत्काल स्थानीय कोतवाली सहित पुलिस के आलाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने मौके का जायजा लेते हुए शिकायतकर्ता से घटना से जुड़ी जानकारी ली।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने मंगलवार की सुबह बताया कि शिकायतकर्ता की सूचना पर सभी पुलिस अधिकारियों के द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण किया गया। सीसीटीवी फुटेज चेक कराए गए। जो भी घटनाक्रम कन्हैया लाल यादव के द्वारा बताया गया था वह सीसीटीवी फुटेज और अन्य जांच में प्रमाणित नहीं हुए। कड़ाई से पूछताछ करने के बाद कन्हैया लाल यादव ने बताया कि उसके ऊपर लोन और कर्ज की देनदारी अधिक होने के कारण वह परेशान रहते थे। इसी क्रम में उनके द्वारा लूट की मनगढ़ंत और झूठी घटना फैलाई गई थी। उन्होंने जिस झोले का जिक्र किया था कि लुटेरे छीन कर भागे थे, वह झोला भी कन्हैया लाल यादव के पास से ही बरामद कर लिया गया है। घटना के क्रम में अग्रिम वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।