उत्तराखंड के उत्तरकाशी में वरुणावत पर्वत का रौद्र रूप देखकर लोग दशहत में हैं। देररात गौफियारा जल संस्थान के ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिरने लगे। साथ ही आवासीय कालोनी वाले एक हिस्से में भारी बोल्डर गिरने से अफरातफरी मच गई। लोग भयभीत होकर अपने घरों से बाहर निकल गए।
उत्तरकाशी के आसपास मंगलवार शाम से भारी बारिश हो रही थी। रात 11 बजे बारिश के बीच वरुणावत पर्वत के गौफियारा जल संस्थान के ऊपर पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण भूस्खलन सक्रिय हो गया। पहाड़ी से गिरे भारी बोल्डर बस्ती निकट पहुंचे। इससे गौफियारा , गंगोत्री हाइवे, कलेक्ट्रेट कॉलोनी तक भगदड़ मच गई। समाचार लिखे जाने तक किसी भी भवन व जान-माल की क्षति होने की सूचना नहीं है।
वरुणावत पर्वत का बदला रूप देखते ही तिलोथ से लोगों ने हल्ला मचाया। इससे गहरी नींद में सोये लोग अपने घरों से बाहर निकले। जिलाधिकारी डॉ. मेहरबान सिंह ने जनपद आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचे। उन्होंने भूस्खलन से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और अन्य व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों और कर्मचारियों को दिए।
जिलाधिकारी ने देर रात्रि अधिकारियों के साथ बैठक कर समीक्षा की।एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और राजस्व विभाग की टीम ने मौके पर पहुंच कर लोगों को अलर्ट करते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहने की सलाह दी। उल्लेखनीय है कि वरुणावत पर्वत पर वर्ष 2003 में भूस्खलन हुआ था । स्थानीय निवासियों का कहना है कि इससे लगभग 100 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं। तब प्रशासन ने अन्य 100 भवनों को खतरनाक घोषित किया था।