बिहार के लोग रोजगार की तालाश में वर्षों से पलायन कर रहे हैं। पलायन की कीमत भी चुका रहें हैं। बिहार से अन्य राज्यों में प्रवासी की जिंदगी जीने वाले बिहारी जब दुर्गा पूजा छठ और दिवाली पर घर आना चाहते हैं, तो उन्हें ट्रेनों में टिकटें नहीं मिलती, जिसका फ्लाइट कंपनियां फायदा उठाती है। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ट्रेनों में अभी से ही नो रूम का बोर्ड लग गया। 31 अक्टूबर को दिवाली है लेकिन मुंबई-पटना मार्ग पर किराया 24 अक्टूबर से ही बढ़ा हुआ है। 24 अक्टूबर को न्यूनतम किराया 11 हजार 589 रुपये है।
ट्रेनों में जगह नहीं है और विमान किराये की महंगाई दो से तीन गुना तक बढ़ चुकी है। बिहार आने वाली अधिकतर ट्रेनों में नो रूम का बोर्ड टंग चुका है। विमानन कंपनियां मौके का फायदा उठाते हुए बिहार आने वाले यात्रियों की जेब पर चपत लगाने की तैयारी में हैं। बिहार आने के लिए तीन प्रमुख एयरपोर्ट है, इनमें उत्तर बिहार के 21 जिलों के लिए मात्र दरभंगा एयरपोर्ट ही साधन हैं, वहीं दक्षिण बिहार में दो एयरपोर्ट है इनमें एक राजधानी पटना और दूसरा गया है।
छठ-दिवाली में आने वाले विमानों का किराया महंगा होने की वजह से एक छोटे परिवार को भी हवाई टिकट में एक लाख रुपये के आसपास खर्च करना पड़ रहा है। बिहार में पर्व-त्योहारों के समय में हर दिन विमानों से लगभग 12 से 13 हजार यात्री आते हैं। वहीं ट्रेनों में त्योहारों के दौरान लाखों यात्रियों का आना-जाना होता है। बिहार आने वाली संपूर्ण क्रांति, तेजस राजधानी एक्सप्रेस, उत्तर बिहार सम्पर्क क्रान्ति, सप्त क्रांति, स्वतंत्रता सेनानी, संघमित्रा, पुणे पटना, लोकमान्य तिलक टर्मिनल पटना एक्सप्रेस, विक्रमशिला, मगध, गरीब रथ और श्रमजीवी में दिवाली के एक हफ्ते पहले से ही टिकटों की मारामारी है। दिवाली से लेकर छठ तक अधिकतर ट्रेनों में नो रूम का बोर्ड लगा हुआ है।
31 अक्टूबर को दिवाली है लेकिन मुंबई-पटना मार्ग पर किराया 24 अक्टूबर से ही बढ़ा हुआ है। 24 अक्टूबर को न्यूनतम किराया 11 हजार 589 रुपये है। इस दिन अधिकतम किराया 16010 रुपये हो गया है। सामान्य दिनों में इस मार्ग पर किराया छह से सात हजार के बीच रहता है। दिवाली के एक दिन पहले यानी 30 को अधिकतर विमान फुल हो गए हैं। इस दिन इंडिगो की मुंबई-पटना फ्लाइट का किराया 15 हजार 999 है। 31 अक्टूबर को किराया 17 हजार 259 रुपये पर पहुंच गया है। दिल्ली-पटना मार्ग पर भी किराया आसमान छू रहा है। दिवाली से एक दिन पहले स्पाइस जेट की उड़ान का अधिकतम किराया 28 हजार 461 रुपये पर पहुंच गया है। इस दिन सुबह की फ्लाइट का न्यूनतम किराया 9943 रुपये है। वहीं छठ के पहले तीन नवंबर को दिल्ली-पटना मार्ग पर अधिकतम किराया 17 हजार 53 रुपये है।
मुंबई-दरभंगा मार्ग पर 20 अक्टूबर को किराया 14 हजार 142 रुपये है। वहीं 27 अक्टूबर को इस मार्ग पर न्यूनतम किराया 18 हजार रुपये है। जैसे-जैसे दिवाली और छठ करीब आ रहा है किराया तीन से चार हजार रुपए प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। दिल्ली-दरभंगा मार्ग पर सामान्य दिनों से किराया दो से ढाई गुना अधिक हो गया है।