कोलकाता के प्रसिद्ध आरजी कर मेडिकल कॉलेज में बुधवार देर रात हुई हिंसक घटना के बाद पुलिस ने अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन गिरफ्तारियों के आधार पर तीन अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें से एक मामला आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया गया है।
शुक्रवार को कोलकाता पुलिस ने बयान जारी कर इस बारे में जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि बुधवार रात आरजी कर अस्पताल हमले के सिलसिले में अब तक 19 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से पांच की पहचान सोशल मीडिया पोस्ट के माध्यम से की है। पुलिस ने भरोसा जताया है कि जल्द ही बाकी हमलावरों को भी ढूंढ लेंगे।
पुलिस ने गिरफ्तार लोगों की तस्वीर भी शेयर की है और इसके पहले जो सोशल मीडिया पर पुलिस की ओर से तस्वीर शेयर की गई थी उनमें से जिन पांच लोगों के बारे में लोगों ने पुलिस को बताया था उनके हमले के समय की तस्वीर और गिरफ्तारी के बाद की तस्वीर भी पुलिस ने शेयर की है। इन लोगों की पहचान शुभदीप कुंडू, सौरभ दे, सौम्यदीप मिश्रा, ऋषिकांत मिश्रा और शेख साजन के रूप में हुई है।
इस घटना से शहर में भारी आक्रोश व्याप्त है, और पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए मामले की जांच तेज़ कर दी है।
गुरुवार को दिनभर चली पूछताछ के बाद 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिनसे कोलकाता पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की। शाम होते-होते पुलिस ने नौ और संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इस प्रकार अब तक इस मामले में कुल 19 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें से 10 को 22 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। पुलिस ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें साझा कीं, जिनमें आरोपितों को लाल घेरे से चिन्हित किया गया था। इन तस्वीरों के आधार पर पुलिस ने जनता से सूचना देने की अपील की थी, जिसके बाद शाम को और गिरफ्तारियां संभव हो सकीं।
यह घटना उस समय हुई जब आरजी कर मेडिकल कॉलेज में पिछले सप्ताह एक महिला डॉक्टर के साथ हुए कथित बलात्कार और हत्या के विरोध में प्रदर्शन हो रहा था। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान बुधवार रात को अस्पताल के आपातकालीन विभाग में हमला किया गया। हमले के दौरान आरोप है कि कुछ प्रदर्शनकारियों ने डॉक्टरों पर हमला किया और पुलिस पर भी हमला किया गया। इस दौरान सीसीटीवी कैमरे, कुर्सियां, टेबल और दरवाजे सहित कई जरूरी चिकित्सा उपकरणों को तोड़ दिया गया। हालांकि, पुलिस के अनुसार, जिस कमरे में डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या की घटना हुई थी, वहां कोई नहीं पहुंच पाया और वह कमरा पूरी तरह सुरक्षित है।
पुलिस ने इस हमले के संबंध में तीन मुकदमे दर्ज किए हैं, जिनमें तोड़फोड़, सरकारी संपत्ति का नुकसान और आर्म्स एक्ट के तहत मामले शामिल हैं। हालांकि, अस्पताल प्रशासन की ओर से अभी तक कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कोलकाता पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल खुद पूछताछ की प्रक्रिया की निगरानी कर रहे हैं।