प्रदेश के 10 बड़े बांधों के खुले चुके गेट
मध्यप्रदेश में इन दिनों मानसूनी गतिविधियां जारी है। लगातार बारिश से छोटी-बड़ी नदियां उफान पर हैं। बरगी, बाणसागर जैसे 10 बड़े बांध छलक उठे हैं। आज (सोमवार) को भी इंदौर, उज्जैन, सागर, भोपाल और नर्मदापुरम संभाग के 13 जिलों में तेज बारिश का अलर्ट है। राजधानी भोपाल में सुबह से रिमझिम पानी बरस रहा है। प्रदेश में डेढ़ महीने के अंदर 23.3 इंच बारिश हो चुकी है यानी सीजन के कोटे का 62 प्रतिशत पानी गिर चुका है।
मौसम विभाग के मुताबिक, लो प्रेशर एरिया, मानसून ट्रफ और साइक्लोनिक सर्कुलेशन की वजह से एमपी में भारी बारिश का दौर चल रहा है। प्रदेश के पश्चिमी हिस्से- भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, चंबल, उज्जैन और नर्मदापुरम संभाग में औसत से 22 प्रतिशत और पूर्वी हिस्से- जबलपुर, रीवा, शहडोल और सागर संभाग में औसत से 17 प्रतिशत अधिक बारिश हो चुकी है। प्रदेश में सबसे ज्यादा बारिश मंडला जिले में 36.13 इंच हुई है, जो नॉर्मल बारिश से करीब 11 इंच अधिक है। इसके बाद सिवनी में 34.41 इंच, नर्मदापुरम-रायसेन में 32 इंच और भोपाल में 31 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। दतिया में सबसे कम औसत 12 इंच बारिश ही हुई है।
इससे पहले रविवार को 25 से ज्यादा जिलों में बारिश हुई। सबसे ज्यादा ग्वालियर में 1.8 इंच, पचमढ़ी में 1.7 इंच, शिवपुरी-शाजापुर में डेढ़ इंच, गुना में 1.1 इंच, टीकमगढ़ में 1.2 इंच पानी गिरा। टीकमगढ़, रतलाम, बैतूल, सतना, छिंदवाड़ा, भोपाल, उज्जैन, नर्मदापुरम, दमोह, खजुराहो, मलाजखंड, धार, सिवनी, मंडला और नरसिंहपुर में भी बारिश हुई। प्रदेश में पिछले 4 दिन से तेज बारिश का दौर जारी है। इस वजह से 10 बड़े डैम से पानी छलक उठा है। भोपाल का बड़ा तालाब भी भर गया है। यहां रविवार को दूसरी बार भदभदा के 2 गेट खुले। कलियासोत डैम के सीजन में चौथी बार गेट खोले गए। कोलार डैम के भी सीजन में तीसरी बार गेट खोले गए। नर्मदापुरम में तवा डैम, अशोकनगर में राजघाट डैम, जबलपुर में बरगी डैम, रायसेन के बारना डैम, विदिशा में हलाली डैम, छिंदवाड़ा में माचागोरा डैम के भी गेट खुल चुके हैं।