ठाणे में स्थित औषधि प्रशासन विभाग में कार्यरत ड्रग इंस्पेक्टर 42 वर्षीय संदीप नारायण मरवाने के निजी सहयोगी 57 वर्षीय सुनील बाबू चौधरी को शिकायतकर्ता से कल 8 जुलाई को रात लगभग 9बजे कल्याण स्थित डी मार्ट मॉल के नजदीक मार्ग पर शिकायतकर्ता से 70 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो नवी मुंबई द्वारा रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। नवी मुंबई ब्यूरो ने इसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर संदीप नारायण नरवने को भी हिरासत में लिया।इसके बाद कल्याण के महात्मा फुले पुलिस स्टेशन में रिश्वत लेने का मामला भी दर्ज कराया गया है।
ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा आज दी गई जानकारी के अनुसार शिकायतकर्ता ने अपने नए मेडिकल स्टोर के लाइसेंस जारी कराने के लिए ठाणे स्थित औषधि एवम अन्न प्रशासन विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर संदीप नारायण नरवने से जब संपर्क किया तब उन्होंने लाइसेंस जारी करने के लिए अधिकृत फीस के अलावा एक लाख रुपए मांगे थे।
इसके बाद शिकायतकर्ता ने कल ही नवी मुंबई एंटी करप्शन ब्यूरो से संपर्क किया था।नवी मुंबई एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा शासकीय पंचों के समक्ष इस मामले को जांच पड़ताल करने पर शिकायतकर्ता की सूचना को सही पाया था इसी बीच जब शिकायतकर्ता जब पुनः ठाणे स्थित औषधि एवम अन्न प्रशासन विभाग के ड्रग इंस्पेक्टर संदीप नारायण नरवने से मिले तब वे एक लाख रुपए की राशि कम कर 70हजार रुपए लेने पर सहमत हो गए थे। कल सोमवार को जब कल्याण में स्थित डी मार्ट मॉल के नजदीक मार्ग पर शिकायतकर्ता से ड्रग इंस्पेक्टर संदीप नारायण नरवने के निजी सहायक सुनील बाबू चौधरी 70 हजार रुपए ड्रग इंस्पेक्टर के लिए ले रहे थे,नवी मुंबई एंटी करप्शन ब्यूरो द्वारा गिरफ्तार किए गए।इसके बाद ड्रग इंस्पेक्टर संदीप नारायण नरवने भी हिरासत में लिए गए। यह कार्यवाही ठाणे एंटी करप्शन ब्यूरो प्रमुख पुलिस अधीक्षक सुनील लोखंडे ,अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महेश तराडे तथा गजानन राठौड़ के मार्ग दर्शन में की गई।