प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कहा कि भारत एक
शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए सहायक भूमिका निभाने का इच्छुक है।
प्रधानमंत्री
मोदी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अगले तीन दिनों में मैं रूस और ऑस्ट्रिया में
रहूंगा। ये यात्राएं इन देशों के साथ संबंधों को और मजबूत करने का एक शानदार अवसर
होगा, जिनके
साथ भारत की पुरानी दोस्ती है। मैं इन देशों में रहने वाले भारतीय समुदाय के साथ
बातचीत करने के लिए भी उत्सुक हूं।
प्रधानमंत्री
ने अपने प्रस्थान वक्तव्य में कहा कि मैं 22वें
वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए रूसी संघ की आधिकारिक यात्रा पर जा रहा हूं और अगले
तीन दिनों में ऑस्ट्रिया की मेरी पहली यात्रा होगी। उन्होंने कहा कि भारत और रूस
के बीच विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी पिछले दस वर्षों में ऊर्जा, सुरक्षा, व्यापार, निवेश, स्वास्थ्य, शिक्षा, संस्कृति, पर्यटन और लोगों के बीच आदान-प्रदान के
क्षेत्रों में आगे बढ़ी है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं अपने मित्र
राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ द्विपक्षीय सहयोग के सभी पहलुओं की समीक्षा
करने और विभिन्न क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए
उत्सुक हूं। उन्होंने कहा, “हम एक शांतिपूर्ण और स्थिर क्षेत्र के लिए एक सहायक
भूमिका निभाना चाहते हैं। यह यात्रा मुझे रूस में जीवंत भारतीय समुदाय से मिलने का
अवसर भी प्रदान करेगी।”
प्रधानमंत्री ने कहा
कि ऑस्ट्रिया में, मुझे राष्ट्रपति अलेक्जेंडर वान डेर
बेलन और चांसलर कार्ल नेहमर से मिलने का अवसर मिलेगा। ऑस्ट्रिया हमारा दृढ़ और
विश्वसनीय साझेदार है और हम लोकतंत्र और बहुलवाद के आदर्शों को साझा करते हैं।
उन्होंने कहा कि यह 40 से अधिक वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री
की पहली यात्रा है। मैं नवाचार, प्रौद्योगिकी
और सतत विकास के नए और उभरते क्षेत्रों में हमारी साझेदारी को और भी अधिक ऊंचाइयों
तक ले जाने के लिए अपनी चर्चाओं की प्रतीक्षा कर रहा हूं।
प्रधानमंत्री
मोदी ने कहा कि ऑस्ट्रियाई चांसलर के साथ, मैं
पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार और निवेश के अवसरों का पता लगाने के लिए दोनों
पक्षों के व्यापारिक नेताओं के साथ विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक
हूं। उन्होंने कहा कि मैं ऑस्ट्रिया में भारतीय समुदाय के साथ भी बातचीत करूंगा, जो अपने व्यावसायिकता और आचरण के लिए
जाना जाता है।