उत्तराखंड में चोपता से देवरिया ताल ट्रैक पर निकले बरेली (उप्र) के चार युवक मंगलवार रात्रि मूसलधार बारिश होने के चलते फंस गए। बारिश के चलते युवक का गूगल मैप्स काम नहीं कर रहा था। सूचना पर पहुंची एसडीआरएफ टीम ने चारों युवकों को सकुशल रेस्क्यू किया। एसडीआरएफ टीम चारों युवकों को बुधवार सुबह सुरक्षित लेकर सारी गांव पहुंची।
एसडीआरएफ कमांडेंट के मुताबिक 18 जून को बरेली निवासी अभय गौड़ (22), अतीव आहूजा (23), आर्यन पटानी (23) और मोनीष गौतम (23) ने पर्यटक स्थल चोपता से देवरिया ताल तक ट्रैकिंग करने के लिए निकले थे। वे गूगल मैप की सहायता से पहाड़ियों और जंगलों के बीच पगडंडियों पर चल पड़े। यात्रा के दौरान आधे रास्ते पहुंचते ही अचानक तेज बारिश शुरू हो गई। उनका फोन भी पानी में गिर गया, जिससे डाउनलोड किए गए गूगल मैप्स बंद हो गय। नतीजतन, वे रास्ता भटक गए। बढ़ते अंधेरे और बारिश ने स्थिति को और भी बिगाड़ दिया।
उन्होंने अपनी स्थिति स्थानीय पुलिस से रात्रि में साझा करते हुए सूचना दी। सूचना पर एसडीआरएफ अगस्तमुनि टीम ने सब इंस्पेक्टर धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में रात में ही अगस्तमुनि स्थित एसडीआरएफ पोस्ट से पांच जवानों की एक टीम को तुरंत देवरिया ताल की ओर रवाना किया।
देवरिया ताल पहुंचने के बाद भी युवकों का पता नहीं चला। इसके बाद टीम ने देवरिया ताल से चोपता की ओर दूसरे मार्ग पर ट्रैकिंग शुरू कर दोबारा रेस्क्यू के लिए निकले। घने अंधेरे के बीच टीम ने टॉर्च जलाकर और मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क कर आवाज देकर चारों युवकों को ढूंढने का प्रयास किया। आखिरकार, काफी प्रयासों के बाद रात के 2:30 बजे टीम ने उन्हें सुरक्षित रूप से खोज कर रेस्क्यू किया।
भारी बारिश के कारण युवकों को चलने में मुश्किल हो रही थी, इस पर टीम ने उन्हें प्राथमिक चिकित्सा देते हुए सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने के लिए अभियान शुरू किया। सुबह 6:30 बजे टीम ने उन्हें सुरक्षित सारी गांव तक लेकर पहुंची। जहां उन्हें जिला पुलिस द्वारा सुरक्षित किया गया।
अभय, अतीव,आर्यन और मोनीष गौतम ने सकुशल रेस्क्यू करने के लिए एसडीआरएफ की टीम का आभार जताया।