प्रदेश के भिंड जिले में दूषित पानी पीने के कारण उल्टी-दस्त से 76 मरीज बीमार हो चुके हैं। इनमें तीन को इलाज के लिए ग्वालियर रेफर किया गया है। मंगलवार रात में एक मरीज की मौत की भी सूचना है। स्वास्थ्य विभाग ने 11 एम्बुलेंस अलर्ट मोड पर रखी हैं। इनमें चार एम्बुलेंस मुरैना से भिंड जिला अस्पताल में बुलाई हैं। चार एम्बुलेंस भिंड जिला अस्पताल की हैं।
दरअसल, भिंड जिले के फूप कस्बे में नए बिजली पोल लगाए जा रहे हैं। इन पोल्स को नाली से सटकर गाढ़ा जा रहा है। इसके लिए मशीनरी का उपयोग किया जा रहा है। काम के दौरान पेयजल सप्लाई लाइन टूट गई। इसमें नाली का पानी जाने से लोगों के घरों में दूषित पानी पहुंच रहा है। सोमवार को वार्ड 5, 6 और 7 में मौजूद घरों में दूषित पानी पहुंचा। जिसे पीने के बाद उल्टी-दस्त से अब तक 76 मरीज बीमार हो चुके हैं। सोमवार रात मरीजों की संख्या 52 थी, जबकि मंगलवार को 24 नए मरीज सामने आए। इनमें तीन को ग्वालियर रेफर किया गया है। रात में एक मरीज की मौत हो गई।
मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया। आनन-फानन अफसरों ने अलर्ट जारी किया। स्वास्थ्य विभाग की टीम फूप के तीनों वार्डों में लगातार निगरानी कर रही है। मंगलवार रात वार्ड 7 के रहने वाले बैजनाथ (79) की मौत हो गई। वह भी उल्टी-दस्त से पीड़ित होकर फूप के अस्पताल में सोमवार दोपहर भर्ती हुए थे। फूप बीएमओ सिद्धार्थ चौहान का कहना है कि हालात पर काबू पा लिया गया है। दूषित पानी के कारण यह समस्या बनी है। वहीं, कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव का कहना है कि फूप में उल्टी-दस्त के मरीज बढ़े हैं। हालात पर काबू पा लिया गया है। मरीजों का उचित उपचार कराया गया। एक मरीज की मौत हुई है, जो कि दूसरी बीमारी से पीड़ित था।