अवधनामा संवाददाता
(सोनभद्र/ब्यूरो)। सीएमओ डॉ अश्वनी कुमार ने बताया कि बुधवार को अधोहस्ताक्षरी द्वारा जनपद की चिकित्सा व्यवत्त्या दुरुस्त रखने के क्रम में चोपन ब्लाक के नगरीय क्षेत्र ओबरा में स्थित अर्बन पीएचसी ओबरा का निरीक्षण किया गया। प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा० आलोक कुमार सहाय, उपस्थित थे और ओ०पी०डी० में अब तक 31 मरीज देख चुके थे। संविदा स्टाफ नर्स उजाला एवं आकांक्षा उपस्थित थी। पशुपतिनाथ उपाध्याय, वार्डब्याय आकस्मिक अवकाश पर थे। फार्मासिस्ट हेमन्त कुमार शर्मा भी कार्य पर उपस्थित थे। सपोर्टिंग स्टाफ मथुरा बिना किसी सूचना के अनुपस्थित थी, जिनके वेतन रोकने के निर्देश प्रभारी चिकित्साधिकारी को दिये गये संविदा ए०एन०एम० पूजा सिंह आकस्मिक अवकाश पर थीं। निरीक्षण में प्रभारी द्वारा बताया गया कि इस केन्द्र पर पानी की व्यवस्था नहीं और शौचालय जाम है, जिसके कारण यहां डिलीवरी का कार्य बाधित है। मरीज भर्ती के लिए कोई बेड नहीं था। इससे प्रतीत होता है कि किराये के भवन चयन में उपयुक्त भवन चयन नहीं किया गया, जिसके कारण डिलीवरी का कार्य बाधित है और इसी कारण से चयनित स्टाफ नर्स और ए०एन०एम० की उपयोगिता नहीं हो रही है। इस सम्बंध में, अर्बन कोआर्डिनेटर राकेश कुमार से स्पष्टीकरण लेने के निर्देश दिये जाते हैं और निर्देशित किया जाता है किराये के नये भवन का चयन करते हुए, उक्त भवनमालिक के साथ हुये अनुबंध को
निरस्त कराना सुनिश्चित करें। इसके बाद अधोहस्ताक्षरी द्वारा अपराह्न 01:30 बजे अर्बन पीएचसी ओबरा के अन्तर्गत सेक्टर 09 में स्थित आयुष्मान आरोग्य मंदिर उपकेन्द्र पर संचालित वीएचएसएनडी सत्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में पाया गया कि उक्त केन्द्र की ब्रांडिंग का कार्य अभी
तक नहीं किया गया है जबकि वहां ए०एन०एम० और सी०एच०ओ०, दोनों पद पर कर्मचारी तैनात हैं। ब्रांडिंग के कार्य को पूर्ण कराने के लिए सम्बंधित को सख्त निर्देश दिये गये। इस कम में जिला कार्यक्रम प्रबंधक को भी उक्त कार्य को पूर्ण कराने के निर्देश दिये जाते हैं। सत्र में ए०एन०एम० साधना सिंह एवं मनीषा गौतम तथा सीएचओ निशा साहू कार्य कर रहीं थी। सीएचओ द्वारा अब तक 76 मरीजों का सिकिल सेल एनीमिया के लिए स्क्रीनिंग की जा चुकी थी। 20 बच्चों एवं 02 गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण किया जा चुका था। लाजिस्टिक में छाया और ईजी पिल्स उपलब्ध नहीं थे जिसके लिए ए०एन०एम० को चेतावनी देते हुए निर्देशित किया गया कि भविष्य में वीएचएसएनडी सत्र के पूर्व समस्त लाजिस्टक की उपलब्धता सुनिश्चित कर लिया जाय। आगनबाड़ी कार्यकत्री कंचन गुप्ता उपस्थित थी लेकिन उनके पास वजन मशीन एवं बच्चों की ऊंचाई नापने के उपकरण उपलब्ध नहीं थे। पूछने पर उनके द्वारा बताया गया कि मशीन खराब है और जिसकी सूचना सीडीपीओ को दी जा चुकी है। इस सम्बंध में सीडीपीओ के स्तर से कार्यवाही अपेक्षित है। इस उपकेन्द्र पर भी पानी की सुविधा एवं शौचालय उपलब्ध नहीं थी, जिसके कारण नियमित डिलीवरी का कार्य नहीं हो पाता। इस सम्बंध में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डा० प्रेमनाथ को निर्देशित किया जाता है कि चूंकि यह भवन ओबरा पावर प्रोजेक्ट द्वारा उपलब्ध कराया गया है इसलिए इस सम्बंध में वहां के समुचित प्रभारी से सम्पर्क करते हुए पानी एवं शौचालय की व्यवस्था ठीक कराना सुनिश्चित करें।
तत्पश्चात् अपराहन 1:30 बजे गीता मंदिर पर आयोजित वीएचएसएनडी सत्र का निरीक्षण किया गया। ए०एन०एम० रुबीना द्वारा टीकाकरण का कार्य किया जा रहा था। ड्यू लिस्ट में से 22 बच्चे व 06 गर्भवती महिलायें चिन्हित थी जिसके सापेक्ष 13 बच्चों एवं 06 गर्भवतियों का टीकाकरण किया जा चुका था। आशा ममता रानी उपस्थित थी और टीकाकरण में सहयोग कर रहीं थी आगनबाड़ी कार्यकत्री शीला देवी एवं पुष्ना देवी उपस्थित थीं परन्तु उनके द्वारा पोषण कार्नर नहीं बनाया गया था. जिसके लिए उन्हें शक्त चेतावनी दी गयी। इस सम्बंध में सीडीपीओ के स्तर से कार्यवाही अपेक्षित है।