क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) ने एनटीपीसी रिहंद में आयोजित रिहंद महोत्सव 2.0 का किया उद्घाटन

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अवधनामा संवाददाता

अवधनामा (सोनभद्र/बीजपुर) (06.02.2024)। एनटीपीसी रिहंद परियोजना की स्वयंसेवी संस्था वर्तिका महिला मण्डल समिति द्वारा रिहंद महोत्सव के अंतर्गत आयोजित किए गए दो दिवसीय आनंद मेले में हजारों की तादात में रिहंद व उसके समीपवर्ती ग्रामीणों ने जमकर लुत्फ उठाया।
आनंद मेले का उद्घाटन क्षेत्रीय कार्यकारी निदेशक (उत्तर) एन.एस राव एवं अध्यक्षा उत्तरा महिला क्लब विजया राव ने विशिष्ट अतिथि मुख्य महाप्रबंधक (रिहंद) पंकज मेदीरत्ता के साथ मेले के मुख्य द्वार पर बंधे फीते को काट कर किया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अथितियों ने गणेश जी के पूजन के साथ द्वीप प्रज्ज्वलन कर मेले का शुभारंभ किया।
अगली कड़ी में मुख्य अतिथि ने सहअतिथियों के साथ केक काट कर एवं रंगबिरंगे गुब्बारों को आसमान में छोड़कर आनंद मेले का परंपरागत तरीके से का शुरुआत किया । तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों ने एनटीपीसी रिहंद सीएसआर के अंतर्गत वर्तिका महिला मण्डल समिति के सहयोग से आस-पास के ग्रामीण बच्चों को पोर्टबल टेबल वितरित किया। इसके साथ ही विशेष रूप से सक्षम व्यक्तियों को सहायक उपकरण एवं ट्राईसाइकिल भी प्रदान की। मेंसट्रूअल हाईजीन को ध्यान में रखते हुए डोड़हर स्कूल के प्रधानाध्यापक एवं शिक्षकों को सैनिटरि नैपकिन वेंडिंग मशीन वितरित किया गया।
कार्यक्रमों की कड़ी में आनंद मेले का विषय “सशक्त नारी, सशक्त भारत” “लोगो” का उद्घाटन किया गया जो नारी शक्ति को दर्शाता है। इसके साथ ही सैंड एवं बॉटम ऐश से बने हस्तशिल्प नें अतिथियों का ध्यान आकर्षित किया जिसमें राम मंदिर, चंद्रयान, नारी शक्ति एवं एनटीपीसी रिहंद संयंत्र को दर्शाया गया है।
तदोपरांत मुख्य अतिथियों नें सांझा चूल्हा का उद्घाटन किया जो की वर्तिका महिला मण्डल समिति द्वारा संचालित किया जाएगा। इसमें कार्यरत ग्रामीण महिलाओं को किचन संबंधी बर्तन दिये गए जिससे उनको किचन संचालन में मदद मिलेगा।
इसके पश्चात अतिथिगणों ने मेले में लगे सभी स्टालों पर बारी-बारी से पहुँच कर उनका निरीक्षण एवं भ्रमण किया। मेले में लगे विभिन्न खाद्य पदार्थों के स्टालों के स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद भी मुख्य अतिथि, सहअतिथियों व मेले में भ्रमण करने वाले दर्शकों ने चखा। इसके अतिरिक्त मेले में विभिन्न जनजाति खाद्य एवं महुआ लड्डू, लोह एवं ढोक्करा शिल्प, लकड़ी एवं सुपाड़ी खिलौने, आदिवासी जेवर, बांस शिल्प इत्यादि संबंधी स्टाल पर दर्शकों की काफी भीड़ देखी गई। जनजातीय द्वारा प्रस्तुत दुमकच नृत्य मेले में लोगों के आकर्षण का केंद्र बना रहा। तत्पश्चात मेले में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियों ने अतिथियों को मंत्र मुग्ध कर दिया।
“सशक्त नारी, सशक्त भारत” की थीम पर आयोजित इस मेला स्थल में सभी वर्गों के लोगों के मनोरंजन एवं खान-पान के लिए कई सुविधाएं मुहैया कराई गई हैं। उपस्थित अतिथियों एवं अन्य लोगों नें गेम्स एवं फन के साथ मेले का भरपूर आनंद उठाया।
इसी कड़ी में 3 दिवसीय जनजातीय उत्सव का भी आयोजन 06 से 8 फरवरी 2024 तक किया जा रहा है। यह जनजातीय उत्सव स्वदेशी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए किया जाएगा।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से परियोजना प्रमुख (विंध्याचल) ई सत्य फनी कुमार, परियोजना प्रमुख (सिंगरौली) राजीव अकोटकर, अध्यक्षा वनिता समाज पीयूषा अकोटकर, अध्यक्षा वर्तिका महिल मंडल अनीता मेदीरत्ता, वर्तिका महिला मण्डल समिति की अन्य पदाधिकारी महिलाएं, महाप्रबंधकगण एवं अन्य वरिष्ठ पदाधिकारीगण, यूनियन एवं एशोसियन के पदाधिकारीगण आदि उपस्थित रहे।

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