अवधनामा संवाददाता
सुमेरपुर हमीरपुर। हिंदू मुस्लिम एकता के प्रतीक हजरत दाता शफकत अली शाह की दरगाह का तीन दिवसीय मेला रविवार को चादरपोशी के साथ शुरु हुआ। रात मे जवाबी कव्वाली का मुकाबला हुआ जिसका ग्रामीणों ने लुत्फ उठाया।
नदेहरा के हजरत दाता शफकत अली शाह की दरगाह तकिया का तीन दिवसीय उर्स एवं मेला रविवार को मजार मे चादरपोशी के साथ शुरु हुआ। अकीकतमंदो ने जोशोखरोश के साथ चादरपोशी की। इसके साथ ही यह सैकडों वर्ष पुराना उर्स एवं मेला प्रारंभ हुआ। रात मे दरगाह के बाहर जवाबी कव्वाली शरीफ परवाज कानपुर व आसिफ सैफ साबरी मुंबई के मध्य हुआ जिसका ग्रामीणों ने जमकर लुत्फ उठाया। सोमवार से मेला रामजानकी मंदिर प्रांगण में लगेगा और दो दिवसीय रामलीला का आयोजन संपन्न कराया जाएगा। इस उर्स और मेले में दोनों समुदाय के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं। ग्राम प्रधान उदयभान यादव ने बताया कि यह उर्स एवं मेला सैकड़ो वर्ष पुराना है। इसको तकिया मेला के रूप में जाना जाता है। इस मेले मे आसपास के दर्जनों गांवों के ग्रामीणों की भीड़ उमड़ी है। दोनों समुदायों के लोग मिलकर इस कार्यक्रम को संपन्न कराते हैं। चादरपोशी कव्वाली के साथ शुरू होने वाला उर्स रामलीला और मेले के साथ संपन्न होता है। चादरपोशी के दौरान मौदहा नगरपालिका अध्यक्ष रजा मोहम्मद, सभासद कुतुबुद्दीन, जम्मू आदि मौजूद रहे।