अवधनामा संवाददाता
नाड़ी बंद होने पर सीपीआर कैसे देना है, बताया गया
ललितपुर। आपदा प्रबंधन के लिए जन जागरूकता अभियान के तहत ब्लॉक सभागार महरौनी में लेखपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम प्रधान, पंचायत सहायक एवं रोजगार सेवक की ट्रेनिंग में उप जिलाधिकारी अभिमन्यु सिंह की अध्यक्षता, जिला विकास अधिकारी के.एन. पाण्डेय, नायब तहसीलदार शेख आलमगीर, विकास खण्ड अधिकारी संदीप मिश्रा के मुख्य आतिथ्य में प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। समस्त अतिथियों ने सरस्वतीजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। ललितपुर जनपद की भौगोलिक स्थिति, आपदा क्या है हमें कैसे आपदाओं के बारे में पूर्व, वर्तमान एवं पश्चात क्या-क्या तैयारी करनी है जिससे कि हम हानि का न्यूनीकरण कर सकें। आदि के बारे में विस्तार से समझाया। आपदा प्रशिक्षण में जनपद की आपदा विशेषज्ञ आरती सिंह द्वारा आपदा के प्रकार जनपद की भौगोलिक स्थिति एवं प्रमुख शब्दावली की जानकारी प्रदान की गई। आपदा प्रबंधन की योजना के अंतर्गत आपदा पूर्व, आपदा के दौरान एवं आपदा के पश्चात के प्रमुख बिंदु एवं विद्यालय में आपदा प्रबंधन का निर्माण के बारे में विस्तारपूर्वक चर्चा की। अग्निकांड, भूकंप एवं भीड़ विषय पर चर्चा की एवं प्रशिक्षणार्थियों की जिज्ञासाओं को पूर्ण किया। आदर्श रावत द्वारा पर्यावरण प्रबंधन, जीवन कौशल, सड़क दुर्घटना, ओलावृष्टि पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। प्रवीण रिछारिया द्वारा सचेत एवं दामिनी एप्लीकेशन प्रशिक्षणार्थियों के मोबाइल में डाउनलोड कराया गया एवं यह किस प्रकार कार्य करते हैं इस पर प्रकाश डाला गया। डा.राजेश अनुरागी ने जब नाड़ी बंद हो जाए उस समय व्यक्ति 12 वर्ष से अधिक को किस तरह सीपीआर देना है की मॉकड्रिल करवाई गई। तत्पश्चात प्रतिभागियों के तमाम प्रश्नों के उत्तर भी दिए। प्रशिक्षण में समस्त मास्टर ट्रेनर आदर्श रावत, प्रवीण रिछारिया एवं राजेश अनुरागी ने प्रतिभाग किया गया। अंत में प्रशिक्षण प्रभारी आरती सिंह ने सभी प्रशिक्षणार्थियों का आभार व्यक्त किया।