अवधनामा संवाददाता
लखनऊ। ख्वाजा मुईनुद्दीन चिश्ती भाषा विश्वविद्यालय को बीफार्मा और डोफार्मा कोर्स संचालन की मंजूरी मिल गई है। बुधवार को पीसीआई से दोनों कोर्स में 6-6 सीटों का आवंटन किया गया है।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनबी सिंह ने कहा कि फार्मेसी काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) में बीफार्मा और डीफार्मा कोर्स संचालन की मजूरी मंत्र 2०23-24 से मिला है। इसलिए गुरुवार को बैठक कर तय किया जाएगा कि इसी सत्र से प्रवेश लेना शुरू करें या सत्र 2०24- 25 से फार्मेसी की पढ़ाई शुरू हो । फार्मेसी कोर्स से पूर्व एलएलबी कोर्स की मंजूरी बार काउंसिल ऑफ इंडिया से मिली थी। इसके साथ ही फाइन आर्टस कोर्स भी शुरू किए गए थे। अब फार्मेसी कोर्स की मंजूरी मिलना विश्वविद्यालय के लिए बड़ी उपलब्धि है। फार्मेसी के प्रति रुचि को देखते हुए ही विश्वविद्यालय ने कोर्स संचालन की तैयारी की थी। सन्त्र 2०23-24 की प्रवेश प्रक्रिया खत्म हो चुकी है। अब यदि विश्वविद्यालय वर्तमान सत्र से प्रवेश प्रक्रिया शुरू करता है तो फार्मेसी में प्रवेश के लिए अलग प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा सकती है। फार्मेसी कोर्स का फीस निर्धारण किया जा चुका है।