अवधानामा संवाददाता
इनसे पनपती हैं कई प्रकार की जटिलताएं
ललितपुर। आपाधापी के दौर में लोगों की जीवन शैली दिन प्रतिदिन बदलाव देखा जा रहा है। एक ओर जहां सही खानपान नहीं है, वहीं दूसरी ओर बढ़ता तनाव उच्च रक्तचाप एवं मधुमेह के प्रमुख कारणों में से एक है। गैर संचारी रोगों के नोडल अधिकारी डा.अवधेश यादव बताते हैं कि जनपद में उच्च रक्तचाप का प्रसार लगभग 17 प्रतिशत हैं, यानि कुल वयस्क आबादी के 17 प्रतिशत लोग उच्च रक्तचाप की समस्या से जूझ रहें हैं। उच्चरक्तचाप एक साइलेंट किलर है, इसके लक्षण देर से उभर कर आते हैं। लेकिन इसकी वजह लकवा, दिल का दौरा, रक्तवाहनियों के कठोर होने जैसे गम्भीर रोग हो सकते हैं। वहीं, मधुमेह से नसों में सुन्नपन,आंख के पर्दे की खराबी एवं हृदयाघात की संभावना बढ़ जाती है। इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव प्रोग्राम (आईएचसीआई) के डिस्ट्रिक्ट कोऑर्डिनेटर अनुराग श्रीवास्तव ने बताया कि अक्टूबर 2021 में नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ नॉन कम्युनिकेवल डिसीस (एन.पी.-एन.सी.डी.) के अंतर्गत इंडिया हाइपरटेंशन कण्ट्रोल इनिसिएटिव (आईएचसीआई) कार्यक्रम की शुरुआत हुई है, जिसमें अभी तक हाई ब्लड प्रेशर के 7785 मरीज व मधुमेह के 5228 मरीज चिन्हित हुए हैं, जिनका उपचार चल रहा है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य है कि 30 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का ब्लड प्रेशर व डायबिटीज की स्क्रींनिंग कर चिन्हित मरीजों को नियमित दवा दी जाती है साथ ही उनका फॉलो अप किया जाता है।
जनपद का आंकड़ा
राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे-5 (एनएफएचएस-5) वर्ष 2019-2021 के अनुसार जनपद के वयस्क वर्ग में 17.2 प्रतिशत हाइपरटेंशन से ग्रसित हैं। इसी प्रकार जनपद के वयस्क वर्ग के 5.5 प्रतिशत लोग मधुमेह से पीडि़त हैं।
ऐसे करें बचाव
कम्युनिटी मेडिसिन विशेषज्ञ डा.सौरभ सक्सेना बताते हैं गैर संचारी रोग से बचाव के लिए खाने में नमक व चीनी कम ले, वजन नियंत्रित रखें, मादक पदार्थों का सेवन न करे, योग, प्राणायाम और व्यायाम को नियमित रूप से करें।
इनका कहना है
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.इम्तियाज अहमद का कहना है कि उच्च रक्तचाप और मधुमेह एक गंभीर समस्या है। दिनचर्या में परिवर्तन, संतुलित खानपान एवं तनाव कम कर उच्च रक्तचाप से होने वाले खतरों को टाला जा सकता है।