पुतिन ने जंग के लिए इस देश को ठहराया जिम्मेदार
मॉस्को। इजरायल और हमास के बीच युद्ध जारी है। इस युद्ध में सभी देश दो भागों में बंटे हुए दिख रहे हैं। भारत और अमेरिका समेत कई देश जहां इजरायल के समर्थन में खड़े हैं तो वहीं रूस भी इस जंग की मैदान में फलिस्तीनियों का साथ देते हुए अमेरिका को इस युद्ध के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि इजरायल और फलिस्तीनियों के बीच हिंसा का यह भयावह रूप दिखाता है कि अमेरिकी नीति मिडिल ईस्ट में विफल हो गई है और इस युद्ध में फलिस्तीनियों की जरूरतों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, ‘मुझे लगता है कि बहुत लोग मेरी बात से सहमत होंगे कि यह युद्ध अमेरिका की मिडल ईस्ट में राजनीति की विफलता का साफ उदाहरण है।’ पुतिन ने आगे कहा कि एक स्वतंत्र और संप्रभु फलिस्तीनी देश के निर्माण को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के निर्णयों को लागू करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने इस मुद्दे को हल करने में एकाधिकार जमाने की कोशिश की थी। लेकिन दुर्भाग्य से वह वह ऐसा कोई समझौता नहीं खोज सके जो दोनों पक्षों को मंजूर हो।
अमेरिका ने की फलिस्तीनियों के हितों की अनदेखी- पुतिन
पुतिन ने अमेरिका पर आरोप लगाते हुए कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने फलिस्तीनियों के हितों की अनदेखी की है, जिसमें उनके अपने स्वतंत्र फलिस्तीनी राज्य की आवश्यकता भी शामिल है।
पुतिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा कि क्रेमलिन दोनों युद्धरत पक्षों के संपर्क में है और संघर्ष को सुलझाने में भूमिका निभाना चाहेगा। पेसकोव ने यह नहीं बताया कि वह ऐसा कैसे करेंगे। पेसकोव ने चेतावनी दी कि संघर्ष के अन्य क्षेत्रों में फैलने का जोखिम है।
रूस के दौरे पर आए इराकी प्रधानमंत्री मोहम्मद शिया अल-सुदानी के साथ बातचीत के दौरान पुतिन ने इस अवसर का लाभ उठाते हुए अमेरिकी नीति को जिम्मेदार ठहराया।