अवधनामा संवाददाता
अयोध्या। रामनगरी स्थित प्रसिद्ध हनुमानगढ़ी मंदिर की भूमि की लालच में संत युगल बिहारी दास को मृतक दिखा देने के मामले में उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सहायक अभिलेख अधिकारी के यहां एक बार फिर से मुकदमा दाखिल किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार युगल बिहारी दास की हनुमानगढी में साढ़े चार बीघा भूमि है। जो उनके नाम थी। युगल बिहारी दास वर्तमान समय में अधिकतर बिहार में रहते हैं। वहीं से आते-जाते हैं। हनुमानगढी के ही गौरी शंकर दास ने उक्त भूमि को जालसाजी कर रामाज्ञा दास के नाम दाखिल खारिज करा लिया। इसका मुकदमा विभिन्न न्यायालय में चल रहा है। न्याय न मिलने पर युगल बिहारी दास ने उच्च न्यायालय में याचिका दाखिल की थी। जिसमें उच्च न्यायालय ने प्रशासन को निर्देश दिया है कि वादी युगल बिहारी दास का मुकदमा पंजीकृत कर उनको विधि अनुसार भूमि पर दाखिल खारिज कराई जाए। बताते चलें कि युगल बिहारी दास की ओर से दर्ज कराए गए एक मुकदमे में गौरी शंकर दास व रामाज्ञा दास को पुलिस ने जेल भी भेज दिया था। वह मुकदमा वर्तमान समय में न्यायालय में विचाराधीन है। काफी लंबी लड़ाई के बाद जुगल बिहारी दास को एक बार फिर उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद उनकी भूमि मिलने जा रही है।