जिला विधिक सेवा प्राधिकरण हमीरपुर के मध्यस्थता केंद्र में आज एक 20 वर्ष पुराने दाण्डिक वाद का सफलतापूर्वक निपटारा किया गया।
वाद संख्या 402/2004, जो तीरथ कोरी पुत्र रामसनेही (निवासी बिवांर) और रामा केवट पुत्र दयाराम (निवासी मुस्करा) के बीच चल रहा था, को मध्यस्थ अधिवक्ता श्री राजेंद्र वीर सिंह चौहान ने “राष्ट्र के लिए मध्यस्थता अभियान” के तहत दोनों पक्षों के बीच सुलह कराकर समाप्त करवाया।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव श्री महेंद्र कुमार पाण्डेय ने दोनों पक्षों को बधाई दी और मध्यस्थ अधिवक्ताओं के कार्य की सराहना करते हुए संतोष व्यक्त किया। यह मध्यस्थता केंद्र के लिए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो लंबित मामलों के समाधान में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।