लखनऊ, आज वन वाइस संस्था द्वारा ऑनलाइन ‘12वी अन्तर्राष्ट्रीय मोहर्रम छायाचित्र एवं पेन्टिंग प्रदशर्नी’ को ज़ूम-नेट पर प्रदर्’ान किया गया। इस अवसर पर अतिथियों में नवाब जाफर मीर अब्दल्ला, श्री अतहर नबी, प्रो0 साबिरा हबीब, सैय्यद रफत (सह-उपाध्यक्ष उ0प्र0 ओलम्पिक एसो0), श्री स्वामी सारंग, हसन काज़मी, नवाब मसूद अब्दुल्लाह, मो. खालिद, पंकज श्रीवास्तव, वक़ार रिज़वी, मेराज हैदर व मज़ाहिर रज़ा उपस्थित थे।
प्रदशर्नी के आयोजक एस.एन.लाल ने बताया कि प्रदशर्नी का मुख्य उद्देश्य मानवता के प्रति लोगों को जागृत करना, इमाम हुसैन ने मानवता को बचाने के लिए अपनी व अपने पूरे ख़ानदान व दोस्तों की कुर्बानी दी है, इसीलिए इमाम हुसैन के नाम की प्रदर्शनी लगाकर यह संदेश देते है। यज़ीद इमाम हुसैन से यहीं तो कह रहा था। जो मै कर रहा हूॅं मुझे करने दो, बस मेरी बातों पर बैअत (राजभक्ती स्वीकार करना) कर लो, तो आपको दौलत और राजपाट में हिस्सेदारी भी दूॅंगा, लेकिन इमाम हुसैन ने मानवता को बचाने के लिए दौलत और राजपाठ को छोड़कर कुर्बानी को गले लगाया और इमाम हुसैन के उद्देश्य की जीत हुई और सही जीत उद्देश्य की कहलाती है।
अन्तर्राष्ट्रीय मोहर्रम छायाचित्र एवं पेन्टिंग प्रदशर्नी का यह बारहवां वर्ष है, इस वर्ष प्रदशर्नी में पूरे भारत वर्ष से फोटो आर्टिस्ट में मनोज छाबड़ा, एस.एम.पारी, आज़म हुसैन, नजमुल, साहिल सिद्दक़ी, अली ज़ैन नक़वी, जैक, मासूम रज़ा, मोहम्मद हसनैन, एस.एन.लाल(लखनऊ), पी.सी.सरकार (कोलकत्ता), योगे’ा पाल, कनिका मोहीले (दिल्ली), मो0 क़मर (’ााहजहांपुर), वीरेन्द्र अग्रवाल (झांसी), अली नदीम रिज़वी (अलीगढ़), तबस्सुम (मुम्बई), ट्वेन्किल द्विवेदी (देहरादूर), अली अब्बास (ग्वालियर), बाकर नक़वी (इलाहबाद), अन्जुमन-ए- अब्बासिया (नगराम), विदे’ाी छायाकारों में मसद्दीक़ रज़ा कुम्मी, मोहम्मद एलिया, ’ाबीह रज़ा (ईरान), अब्बास काज़िम (जापान), रुबी एच. हैदर (लंदन), अहसन रिज़वी-स्पेन।
वही पेन्टिंग आर्टिस्टों तबस्सुम फात्मा, नूरी ख़ान सै0 आसिया बरकती, सबीहा हसन सुम्बुल, समरीन फात्मा, तैय्यबा ’ोख, अनम रिज़वी (लखनऊ), इलाफ नाज़ (बिजनौर), क़ैसर अब्बास (मऊ), लता, खु’ानुमा अन्जुम, निगार फात्मा, मतीउद्दीन (मुरादाबाद), रेनू घई, दिलनूर फात्मा (गोरखपुर), डा0 नि’ाात परवेज़ (कानुपर), डा0 ज़ाहिदा ख़ानम (इलाहबाद), ’िाबली ख़ान (बरेली), विदे’ाी कलाकार जलाल फॉड (ईराक़) ।
प्रदर्शित हेतु लगभग 215 छायाचित्र आये थे जिनमें से 80 छायाचित्र प्रदर्शित किये गये है और पूरे भारत वर्ष से 42 आर्टिस्टों ने अपनी 96 पेन्टिंग भेजी थी जिनमें से 45 पेन्टिंग आनलाइन प्रदर्शित की गयी है।