अवधनामा संवाददाता
मथौली में प्रथम चेयरमैन मिलने के बावजूद बरती जा रही ढिलाई
अस्थाई कार्यालय में संचालित हो रहा नगर पंचायत कार्यालय
कुशीनगर । नव सृजित नगर पंचायत मथौली के कार्यालय के लिए योगी सरकार ने बहुत पहले ही एक करोड़ छियासी लाख रुपए अवमुक्त कर दिए थे, लेकिन विभाग द्वारा जमीन अब तक नहीं खोज पाने के कारण पंचायत भवन को अस्थाई कार्यालय बनाया गया है। नगर को पहला चेयरमैन मिलने के बावजूद अभी भी इस कार्य में ढिलाई बरती जा रही है। पंचायत भवन लाखों लोगों की उम्मीदों का भार सहने में असमर्थ है।
बता दें कि पिछले वर्ष 6 सितंबर 2022 को कैबिनेट की बैठक में मथौली को नगर पंचायत का दर्जा मिला था। नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद शासन द्वारा मुख्यमंत्री नगर सृजना योजना के तहत मथौली के विकास के लिए 1.54 करोड़ धनराशि अवमुक्त किया। जिसके तहत विभिन्न वार्डो में विकास कार्य कराया जा रहा है। इसके साथ ही नगर पंचायत कार्यालय के लिए शासन ने एक करोड़ छियासी लाख रूपये (1.86 करोड़) भेजा। धनराशि पिछले कई महीनों से आकर पड़ा है लेकिन विभाग की लापरवाही से अब तक नगर पंचायत का कार्यालय का जमीन चिन्हित नहीं कर पाया है। उल्लेखनीय है कि नगर के अधिशाषी अधिकारी व अध्यक्ष मथौली में ही कार्यालय बनाने की बात कह रहे है, लेकिन कहां बनेगी, अभी तक जगह चिन्हित नही हो पा रही है।
इस संबंध में नगर पंचायत अध्यक्ष नवरंग सिंह ने बताया कि कार्यालय के लिए कई जगह जमीन देखी गई है, लेकिन जगह कम पड़ जा रहा है। कई जगह खलिहान की जमीन निकल गया है। जल्द ही जमीन का सर्वे कराकर नगर पंचायत के लिए चिन्हित कर लिया जाएगा।
नगर पंचायत कार्यालय के लिए 1.86 करोड़ रुपए शासन द्वारा प्राप्त हुआ है, जमीन की तलाश की जा रही है। कार्यालय के लिए कहीं उपयोगी जमीन नही मिल पा रही है। जहां मथौली पंचायत भवन था वहीं कार्यालय बनाने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।
अम्बरीष कुमार सिंह, ई ओ नगर पंचायत मथौली