कांग्रेस पार्टी द्वारा बुलाये गए भारत बंद प्रतिक्रिया करते हुये राजस्थान के मंत्री राजकुमार रिनवा का कहना है कि वर्ल्ड मार्केट में जो क्रूड (कच्चा तेल) का दाम होता है, उस हिसाब से ही (देश में पेट्रोल-डीज़ल का दाम) चलता है.
उन्होने कहा कि “सरकार कोशिश कर रही है, इतने खर्चे हैं, बाढ़ है चारों तरफ, इतनी खपत है. जनता समझती नहीं है कि क्रूड का दाम बढ़ गया, तो कुछ खर्चे कम कर दें.”
World market mein jo crude ka price hota hai us hisaab se chalta hai, Sarkar koshish kar rahi hai. Itna kharche hain, flood hain chaaro taraf,itna consumption hai.Janta samajhti nahi hai,ki crude ka daam badh gaya to kuch kharche kam kar de: Rajasthan Minister Rajkumar Rinwa pic.twitter.com/g9MpM1fJno
— ANI (@ANI) September 10, 2018
भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी का कहना है कि “जब कच्चे तेल की कीमतें बढ़ती है, तो पेट्रोल-डीज़ल की कीमतें बढ़ानी होंगी, यह माइक्रो-इकोनॉमिक्स होती है, और मैं माइक्रो-इकोनॉमिक्स के पक्ष में नहीं हूं, क्योंकि इसमें सिर्फ दो लोगों (खरीदार और विक्रेता) के बारे में सोचा जाता है, लेकिन यहां पूरी अर्थव्यवस्था शामिल है, इसलिए यह मैक्रो-इकोनॉमिक्स है… मेरा मानना है कि मैक्रो-इकोनॉमिक्स के हिसाब से पेट्रोल की कीमत 40 रुपये है, और प्रधानमंत्री को पेट्रोलियम मंत्री से कहना होगा कि वह आर्थिक मामलों के मंत्री की तरह सोचें, पेट्रोलियम मंत्री की तरह नहीं, और कीमतों को इतना न बढ़ाएं कि लोग विद्रोह पर उतारू हो जाएं.”
Everyone has a right to protest but what is happening today? Petrol pumps and buses being set ablaze, putting to risk lives. A child died after an ambulance was stuck in the protests in Bihar’s Jehanabad. Who is responsible?: Ravi Shankar Prasad,Union Minister #BharatBandh pic.twitter.com/UfvTn2P84U
— ANI (@ANI) September 10, 2018
केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि “विपक्ष को ‘बंद’ का अधिकार है, लेकिन क्या राजनीति हिंसा के माध्यम से होगी? उन्होंने कहा, ‘भारत बंद’ के नाम पर हिंसा का तांडव, मौत का खेल बंद होना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिहार के जहानाबाद में कांग्रेस के बंद के चलते एक बच्ची की मौत हो गई.”