BRIJENDRA BAHADUR MAURYA—-
मोबाइल एप से पाए किडनी प्रत्यारोपण की सुविधा, ब्लड ग्रुप की बंदिशें समाप्त
लखनऊ। राजधानी के प्रेस क्लब में बुधवार को मशहूर यूरोलॉजिस्ट डॉ प्रियदर्शी रंजन ने किडनी की बिमारियों पर चर्चा करते हुए आई किडनी एप लांच किया। डॉ प्रियदर्शी ने गुर्दे की गंभीर बिमारियों पर बोलतें हुए कहा कि मानव शरीर में गुर्दा एक बहुत महत्वपूर्ण स्थान रखता है और इसको स्वस्थ रखने के लिए पूरी दुनिया में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होनें कहा कि किडनी की बिमारियों का आखिरी इलाज ज्यादातर किडनी का प्रत्यारोपण है पर भारत में इसको लेकर भी काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। देश में इस समय लगभग 6 हजार मरीजों की किडनी ही दोबदली जाती है और बाकी के मरीजों को नाउम्मीदी के साथ रहना पड़ता है। भारत में किडनी को लेकर जागरुकता न होने की बात करते हुए डॉ रंजन ने कहा कि कानून में बदलाव के बाद किडनी प्रत्यारोपण के नए आयाम स्थापित हो रहे हैं। अब आपसी सहमति के आधार पर किडनी का प्रत्यारोपण किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि अब किसी भी ग्रुप वाला किसी भी ग्रुप वाले को किडनी डोनेट कर सकता है और इसके लिए चंडीगढ़ किडनी फाउन्डेशन द्वारा एक मोबाइल एप्लीकेशन आई किडनी लांच किया गया है जिसे आसानी से डाउनलोड करके स्वैप विधि से किडनी का प्रत्यारोपण करवाया जा सकता है।
https://www.youtube.com/watch?v=js2bJrxMXlo
मुफ्त एप्लिकेशन के बारे में बतातें हुए डॉ प्रियदर्शी ने बताया कि गुर्दा रोगी जिनके किडनी डोनर का ब्लड ग्रुप मेल नहीं खाता है और क्रासमैच पाज़िटिव होता है, उनके लिए यह एप्लिकेशन वरदान साबित होगा। मोबाइल एप्लीकेशन आई किडनी में अब तक 102 पेयर जुड़ चुके हैं और एक मरीज की किडनी का प्रत्यारोपण किया जा चुका है। इस मोबाइल एप्लीकेशन को प्ले स्टोर या गूगल से डाउनलोड किया जा सकता है।