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इराक में लहराया तिरंगा, मांगी मुल्क के अमनो तरक्की की दुआ
अवधनामा ब्यूरो
गोरखपुर। इस्लाम में वतन से मोहब्बत को ईमान की निशानी माना जाता है। यह इंसानी फितरत है कि इंसान जहां भी जाता है वतन की यादें और मोहब्बत उसके पीछे-पीछे चली जाती हैं । विगत दिनों गोरखपुर से इराक के पवित्र शहर कर्बला के लिए एक काफिला एजाज रिजवी एडवोकेट के साथ रवाना हुआ और लखनऊ से इराक के लिए जा रहे मौलाना गुलाम सरवर के काफिले से जा मिला । बताते चलें कि इराक के शहर कर्बला में ही रसूल के नवासे इमाम हुअसिन और उनके साथियों को शहीद किया गया था। शहादत के बाद यहां के कई शहरों में भव्य रौज़ों (मक़बरों) का निर्माण कराया गया और यह शिया समुदाय के विशेष धार्मिक केंद्र बन गए। गोरखपुर से चले काफिले के लोग पैगंबर मोहम्मद सल्लल्लाहो अलैहे वसल्लम के नवासे इमाम हुसैन के कर्बला स्थित रौज़े पर पहुंचे तो इनमें एक तरफ दीन की मोहब्बत दिखाई दी जो उन्हें वतन हिंदुस्तान से इराक खींच लाई तो वही कर्बला में इमाम हुसैन के रोजे के सामने एजाज़ रिज़वी एडवोकेट ने तिरंगा फहराकर यह बताया कि वतन दूर तो जरूर हैं लेकिन वतन की मोहब्बत उनके दिलों में बसती है।
फोन पर उन्होंने बताया कि मौलाना गुलाम सरवर का ज़ियारत के लिए 2008 से टूर आ रहा है और 2017 का यह तीसरा टूर है जिसके साथ हम लोग आये हैं। उन्होंने यह भी बताया कि हम लोगों ने यहाँ अपने वतन हिन्दोस्तान की तरक्की और अमनो अमान के लिए दुआयें की है।